प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) गुरुवार को कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर चल रहे राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान प्राकृतिक और शून्य-बजट खेती पर देश भर के किसानों और वैज्ञानिकों को संबोधित करेंगे। तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन जो 14 दिसंबर को शुरू हुआ गुजरात में आयोजित किया जा रहा है. यह प्राकृतिक खेती पर ध्यान केंद्रित करने और किसानों को इसके लाभों से अवगत कराने के लिए आयोजित किया गया है।
वीडियो कन्फेरेनेसिंग के ज़रिये करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री (PM Modi) कार्यालय (PMO) के मुताबिक, पीएम मोदी सुबह करीब 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना संबोधन देंगे.
PM Modi के साथ मौजूद रहेंगे अन्य मंत्री
पीएम मोदी (PM Modi) के साथ, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) और राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी शिखर सम्मेलन के दौरान एक संक्षिप्त भाषण देने वाले हैं।
उनके कार्यालय ने एक बयान में आगे कहा, “शून्य-बजट खेती, खरीदे गए इनपुट पर किसानों की निर्भरता को कम करने और पारंपरिक क्षेत्र-आधारित प्रौद्योगिकियों पर भरोसा करके कृषि की लागत को कम करने का एक आशाजनक उपकरण है, जिससे मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार होता है।”
पांच हजार से अधिक किसान की मौजूदगी
बता दें की शिखर सम्मेलन में 5,000 से अधिक किसान शामिल हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ किसान राज्यों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), कृषि विज्ञान केंद्रों और ATMA (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी) नेटवर्क के केंद्रीय संस्थानों के माध्यम से भी लाइव कनेक्ट होंगे।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कहा की देश भर के लगभग सभी 9,500 मंडलों में पीएम मोदी (PM Modi) के संबोधन का प्रसारण करेगी और इसके निर्वाचित प्रतिनिधि भाषण सुनने में किसानों के साथ शामिल होंगे।
बीजेपी महासचिव अरुण सिंह और उसके किसान विंग के अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने एक बयान में कहा कि मोदी को सुनने के लिए किसानों को इन सभी जगहों पर आमंत्रित किया गया है. बयान में सिंह ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्यों में भाजपा और उसकी सरकारें कृषि विकास और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।