संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया। इस दौरान अपने संबोधन में बार-बार भारत का नाम लेने के साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का भी करीब 10 बार जिक्र किया और आतंकवाद तक को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
इमरान के इसी बयान पर अब संघ ने निशाना साधा है। संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल शर्मा ने कहा कि आरएसएस का मतलब भारत है और भारत मतलब आरएसएस है। उन्होंने कहा कि आरएसएस केवल भारत में है। हमारी कोई शाखा दुनिया में कहीं नहीं है, अगर ऐसे में पाकिस्तान को संघ से दिक्कत है तो इसका मतलब है कि उसे भारत से दिक्कत है, क्योंकि भारत और आरएसएस अब पर्यायवाची हैं। उन्होंने कहा कि हम भी यही चाहते हैं कि दुनिया भारत और संघ को एक ही समझे। डॉ. शर्मा ने इसके लिए इमरान खान को बधाई देते हुए कहा कि इमरान ने यही काम बहुत अच्छी तरह से किया है। इसलिए हम उनको बधाई देते हैं। बिना कुछ किए ही इमरान खान दुनिया में हमें प्रसिद्धि दिला रहे हैं यह तो अच्छी बात है।
गौरतलब है कि पकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान ने यूएन में अपने भाषण के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर नरसंहार का आरोप लगाते हुए उसकी तुलना हिटलर से की थी। इमरान खान ने कहा था कि आरएसएस मुस्लिमों के जातीय नरसंहार पर यकीन करता है। उसके मन में मुस्लिमों और ईसाइयों को लेकर नफरत है। इसी विचारधारा ने गांधी की हत्या की थी। मोदी आरएसएस के सक्रिय सदस्य हैं।
इस दौरान इमरान खान ने कश्मीर को लेकर भी झूठ बोला। उन्होंने कहा कि भारत को कश्मीर में ‘अमानवीय कर्फ्यू’ हटाना चाहिए और सभी बंदियों को रिहा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करके संरा सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव, शिमला समझौते और स्वयं अपने संविधान का उल्लंघन किया है।