Earthquake: जम्मू- कश्मीर में आज सुबह भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप के झटके सुबह करीब 5:15 मिनट पर महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की 4.1 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने भूकंप की पुष्टि की है।
आपको बता दें कि इससे पहले 28 अप्रैल को ही नेपाल में देर रात दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 एवं 5.9 बताई गई थी। इस भूकंप का केंद्र नेपाल के बाजुरा जिले के दाहाकोट में बताया गया। नेपाल के स्थानीय समय के अनुसार, वहां भूकंप का पहला झटका लगभग 12 बजे के आसपास आया वहीं, दूसरा रात लगभग डेढ़ बजे आया था।
इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर 25 अप्रैल की सुबह भूकंप के जोरदार झटके लगे थे। इंडोनेशिया की जियोफिजिक्स एजेंसी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.3 मापी गई। इस भूकंप के साथ ही लगभग 2 घंटे तक सुनामी की चेतावनी भी जारी कर दी गई थी। इससे पहले सोमवार की सुबह ही न्यूजीलैंड में जोरदार भूकंप आया था।
गौरतलब है कि भारत के पूर्वोत्तर भाग की तरह जम्मू-कश्मीर भी भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इसीलिए, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सभी 20 जिलों में अत्याधुनिक आपातकालीन संचालन केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। ये ईओसी प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, बाढ़ आदि से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करेंगे।
कैसे आता है भूकंप?
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।