Flood in Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ के हालत बने हुए है। मौसम विभाग (IMD) ने 8 अक्टूबर तक प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है। UP के श्रावस्ती जिले में 30 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। जिससे जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है।
वहीं, लगातार हो रही बारिश से राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है। कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई। दर्जनों गांवों में पानी भर गया है। जिससे स्थिति चुनौतीपूर्ण बन गई है।
बाढ़ में फसें लोग, चारों तरफ पानी-पानी
श्रावस्ती जिले में लगातार 30 घंटे से हो रही बारिश और नेपाल से आ रहे पानी की वजह से राप्ती का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। राप्ती अपने खतरे के निशान से 127.70 से बढ़कर 129.10 पर बह रही है। राप्ती नदी के आसपास बसे गांव में नदी का पानी भर गया, जिससे लोग गांव में ही फंसे हैं। जनपद में चारों तरफ पानी-पानी नजर आ रहा है।
पानी में डूबे राष्ट्रीय राजमार्ग- नेशनल हाईवे
खतरे के निशान से ऊपर बह रही है राप्ती नदी के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर नेशनल हाईवे और टूलेन को जोड़ने वाली तमाम सड़कों पर राप्ती नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। जिससे आवागमन पूरी तरह से बाधित है, बहराइच से यमुना जाने वाले रास्ते पर पानी बह रहा है, जिससे बहराइच जिले में आवागमन बाधित हो चुका है। कई गांवों में सैकड़ों लोग अभी भी फंसे हैं।
खेतों में भरा पानी, फसलें हुई बर्बाद
बाढ़ के पानी से किसानों को अब फसलों के बर्बाद होने का डर सता रहा है। किसानों के खेत पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि, 500 से 1000 तक लोग गांव में फंसे हुए हैं। जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने बाढ़ पीड़ितों की मदद करने का निर्देश दिया है। साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेडिकल टीमें भी लगाई गई है। लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।