Congress President Election 2022: 24 साल बदला कांग्रेस का इतिहास, मल्लिकार्जुन को 8000 वोट शशि थरूर को मात्र 1600 वोट

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Congress President Election 2022: कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन बन गए हैं। 7897 वोट पाकर मल्लिकार्जुन शशि थरूर को पीछे छोड़ कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन गए हैं। कांग्रेस का 24 साल का इतिहास बदल गया है। सोमवार को हुए चुनाव का नतीजा आज यानि बुधवार को आ गया है। उन्होंने शशि थरूर को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया है। कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर मल्लिकार्जुन के सामने थे। इस चुनाव में कुल 9385 वोट पड़े थे, जिसमें से मल्लिकार्जुन को 7897 वोट और शशि थरूर को 1072 वोट मिले। 416 वोट ख़ारिज हुए हैं।

तीन राज्यों में हुई गड़बड़ी- सोज

आपको बता दें कि शशि थरूर गुट के मुख्य चुनाव एजेंट सलमान सोज ने तीन राज्यों पंजाब, यूपी, तेलंगाना में चुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं। नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और शशि थरूर (Shashi Tharoor) के बीच सीधा मुकाबला है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान हुआ था। 9,915 में से 9,500 से ज्यादा डेलिगेट्स ने वोट किया था।

सुबह 10 बजे से गिनती जारी

आज सुबह 10 बजे से कांग्रेस के राष्ट्रीय दफ्तर (AICC) में वोटों की गिनती जारी है। नतीजों का ऐलान शाम 4 बजे तक आएगा। 24 साल बाद पहली बार ऐसा होगा जब पार्टी को गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिलेगा। इससे पहले सीताराम केसरी गैर गांधी अध्यक्ष रहे थे। कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में अध्यक्ष पद के लिए 6वीं बार चुनाव हुए हैं।

कब-कब हुए कांग्रेस में चुनाव

1977 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार मिली थी, जिसके बाद देव कांत बरूआ ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे दे दिया था। इसके बाद के ब्रह्मानंद रेड्डी ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में सिद्धार्थ शंकर रे और करण सिंह को हराया।

कांग्रेस में 6 बार चुनाव हुए

20 साल बाद 1997 में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ। इस चुनाव में सीताराम केसरी ने शरद पवार और राजेश पायलट के साथ त्रिकोणीय मुकाबले में जीत हासिल की। महाराष्ट्र और यूपी के कुछ हिस्सों को छोड़कर सभी राज्य कांग्रेस इकाइयों ने केसरी का समर्थन किया था। उन्हें 6,224 वोट मिले जबकि पवार को 882 और पायलट को महज 354 वोट मिले थे।

साल 2000 में जब चुनाव हुआ तब पहला मौका था किसी ने गांधी परिवार के किसी सदस्य को चुनौती दी थी। इस चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ जितेंद्र प्रसाद ने दावा ठोका था। इस चुनाव में प्रसाद को करारी हार मिली थी। सोनिया को 7,400 से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि प्रसाद के खाते में 94 वोट पड़े थे।

सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सबसे लंबे समय तक काबिज रहने वाली एकमात्र नेता हैं। वह 1998 से इस पद पर हैं हालांकि, 2017 और 2019 में राहुल गांधी ने इस पद को संभाला था।

आजादी के बाद से 40 साल नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य ही पार्टी के शीर्ष पर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने वाले परिवार के पांच सदस्यों में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल हैं।

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