Corona Cases In Delhi: देश के कुछ राज्यों में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को अलर्ट जारी किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मिजोरम को अलर्ट जारी कर कहा है कि वो राज्य में कोरोना नियमों का पालन कराएं और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का प्रयोग सुनिश्चित करें।
वही ,बुधवार सुबह 11 बजे प्रस्तावित डीडीएम की बैठक में दिल्ली में भी यूपी और हरियाणा के शहरों की तरह मास्क लगाने सहित कोरोना नियंत्रण के अन्य प्रभावी उपायों के बारे में गंभीरता से चर्चा की जाएगी।
कहा जा रहा है कि बुधवार को डीडीएमए बैठक में स्कूली बच्चों के लिए फेस मास्क के अनिवार्य उपयोग और आफलाइन और आनलाइन शिक्षण के हाइब्रिड मोड पर चर्चा होने की संभावना है।
दिल्ली में मास्क हो सकता है अनिवार्य
जानकारों की मानें तो उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार द्वारा एनसीआर शहरों में मास्क अनिवार्य करने के बाद डीडीएमए बैठक में भी दिल्ली में अनिवार्य रूप से मास्क के उपयोग के सख्त कार्यान्वयन के लिए फिर से जुर्माना लगाने पर चर्चा होने की संभावना है।
इसके साथ ही कोरोना पर साथ कोरोना के विस्तार पर लगाम लगाने के लिए कई और महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए जा सकते हैं।
दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ें पर मौत नहीं
सोमवार के मुकाबले अधिक सैंपल की जांच होने से संक्रमण दर में कमी आई। 24 घंटे में 14 हजार 299 सैंपल की जांच हुई। जबकि इससे पहले छह हजार 492 सैंपल की जांच हुई थी। राजधानी में पांच अप्रैल से कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं, तब से अभी तक कोरोना के कुल 4099 नए मरीज मिल चुके हैं।
पांच अप्रैल को कोरोना के 112 नए मरीज मिले थे और संक्रमण दर 1.05 प्रतिशत थी। मौजूदा समय में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 1947 हो गई है। इनमें से 41 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। 1274 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। कंटेनमेंट जोन की संख्या 625 है।
क्वारंटीन मरीजों की संख्या बढ़ी
दिल्ली में कोरोना के मामलों में उछाल के साथ घर पर क्वारंटीन में रह रहे मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. गुरुवार को यह संख्या 574 थी, जबकि 325 नए कोरोना वायरस मरीज सामने आए थे और संक्रमण दर 2.39 प्रतिशत दर्ज की गई थी.
सभी आयु वर्ग के मरीज और कामकाजी पेशेवर व छात्र दोनों कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं और घर पर क्वारंटीन में रह रहे हैं. बीते एक सप्ताह में क्वारंटीन में रहने वाले मरीजों की संख्या में करीब 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.