Ambedkar Jayanti:14 अप्रैल को जन्म दिवस डॉ. भीमराव आम्बेडकर जयंती के तौर पर भारत समेत दुनिया भर में मनाया जाता हैं। 133वीं जन्मदिवस डॉ. भीमराव अबेडकर जयंती पर संसद भवन के लॉन में एक समारोह का आयोजन किया गया। वहां समारोह में मेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माला और पुष्प चढ़ये। समारोह के दौरान UPA अध्यक्ष सोनिया गांधी, राकांपा मुखिया शरद पवार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व अन्य नेता भी शामिल रहे।
संविधान के सूत्रधार बाबासाहेब भीमराव रामजी अंबेडकर की जयंती (Ambedkar Jayanti)
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों को अंबेडकर जयंती की बधाई दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ट्विटर के जरिए कहा कि मैं सभी देशवासियों को तहेदिल से संविधान के सूत्रधार बाबासाहेब भीमराव रामजी अंबेडकर की जयंती की बधाई देती हूं। उन्हें ज्ञान और विलक्षण प्रतिभा संपन्न व्यक्ति के प्रतीक डॉ. अम्बेडकर ने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी एक शिक्षाविद, कानूनी विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक के रूप में काम किया और राष्ट्र के कल्याण के लिए ज्ञान को सभी तक पहुंचाया हैं। उन्होंने मूल मंत्र वंचित समुदाय को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए कहा की ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो’ हमेशा प्रसंग से संबंध रखनेवाला रहेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यह भी कहा कि कानून के शासन में उनकी अडिग आस्था तथा सामाजिक -आर्थिक समानता के लिए उनकी प्रतिबद्धता हमारे लोकतंत्र का संबल है। इस अवसर पर हम सब देशवासी डॉ. भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर और जीवन मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लें और एक समतामूलक तथा समृद्ध राष्ट्र बनाने की दिशा की ओर बढ़ते रहें।