पाकिस्तान ने हाल ही में 26/11 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को टेरर फंडिंग मामले में सजा सुनाई है। जिस पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए खुशी जाहिर की है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने पाकिस्तान द्वारा हाफिज सईद को सजा सुनाए जाने को आतंकी समूह का संचालन रोकने के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, ”हम मुंबई हमले और अन्य आतंकी हमलों की योजना बनाने में शामिल रहे हाफिज सईद को सजा दिलाने के लिए आवाज उठाते रहेंगे।” बता दें कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) से प्रतिबंध का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान की इस कार्रवाई का कारण FATF से प्रतिबंधित होने का खतरा ही माना जा रहा है।
मालूम हो कि FATF की बैठक से पहले पाकिस्तान की एक अदालत ने जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद को साढ़े 4 साल की सजा सुनाई है।
US calls for Hafiz Saeed to be held accountable for involvement in 26/11 Mumbai terror attack
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— ANI Digital (@ani_digital) February 14, 2020
पाकिस्तान के इस फैसले का अमेरिका ने स्वागत किया। जानकारी के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने इसे दक्षिण एशिया में शांति के लिए भी महत्वपूर्ण बताया और कहा कि हम पाकिस्तान से आतंकियों को फंडिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने का आग्रह करते हैं। वहीं दक्षिण एशिया मामलों की मंत्री एलिस जी वेल्स ने हाफिज को सुनाई गई सजा को पाकिस्तान की ओर से टेरर फंडिंग रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में उठाया गया कदम बताया।
पाकिस्तान पर एफएटीएफ से ब्लैक लिस्टेड होने से बचाने के लिए किया गया एक प्रयास है। पाकिस्तान इस कार्रवाई के जरिए अंतरराष्ट्रीय बिरादरी का अपनी आतंकवाद समर्थित प्रवृत्ति से ध्यान भटकाना चाहता है।
कौन है हाफिज सईद ?
जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज सईद 26/11 को मुंबई में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 में हुए इस हमले में 160 लोगों की जान गई थी। 300 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस हमले में मारे गए लोगों में 6 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। भारत हमले के पीछे हाफिज सईद का हाथ था। हलांकि, पाकिस्तान हाफिज सईद को 26/ 11 का आरोपी मानने से इनकार करता रहा है.