ईरान से खतरे को भांपते हुए अमेरिका ने सऊदी अरब में 3000 सैनिक तैनात किए हैं। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है, सऊदी अरब में तेल और गैस सेंटरों पर हमले सहित कई मामलों में की सुरक्षा के लिए ईरान क्षेत्र खतरा बना हुआ है। एहतियातन अमेरिका ने सऊदी अरब में 3 हजार अमेरिकी सैनिकों की तैनाती की घोषणा की।
माना जा रहा है कि मध्य पूर्व क्षेत्र में तनाव के बीच अमेरिका ने एहतियातन सऊदी अरब में 3 हजार सैनिक तैनात किए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को औपचारिक रूप से कांग्रेस को सऊदी अरब में 3000 सैनिकों को तैनात करने की सूचना दी है।
ट्रंप ने एक पत्र में अमेरिकी कांग्रेस को बताया, ईरान सऊदी अरब में तेल और प्राकृतिक गैस सुविधाओं पर हमले सहित क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है। पत्र सीनेट के अध्यक्ष और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष को संबोधित किया गया है।
US President notifies Congress of deploying troops to Saudi Arabia
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— ANI Digital (@ani_digital) November 20, 2019
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, अल अरबिया ने ट्रंप के हवाले से कहा कि अमेरिकी हितों की रक्षा के लिए मध्य-पूर्व में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। पूरे इलाके में ईरान और उससे जुड़े संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए इस तैनाती को मंजूरी दी गई है।
ट्रंप ने पत्र में लिखा है, ईरान लगातार सुरक्षा को चुनौती दे रहा है। 14 सितंबर को सऊदी अरब में तेल और गैस के कुओं पर हमले किए गए। सुरक्षा बलों की तैनाती से ईरानी की भड़काऊ आदतों पर लगाम लगेगी, इस क्षेत्र में सुरक्षात्मक सहयोग आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
ट्रंप ने अपने पत्र में कहा, सेना की एक टुकड़ी अरब पहुंच चुकी है। अगली टुकड़ी बहुत जल्द वहां तैनात हो जाएगी। कुल मिलाकर 3 हजार सैनिकों की वहां तैनाती करने की योजना है।