ताइवान (Taiwan) और चीन (China) के बीच संकट और गहराता दिखाई दे रहा है। ये संकट उस समय आय जब अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की प्रस्तावित ताइवान यात्रा पर पहुंची थीं। ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन (Tsai Ing-Wen) ने अपने 6 साल के कार्यकाल में दूसरी बार मंगलवार को एक युद्धपोत पर सवार हुए और ड्रैगन को सख्त सन्देश दे दिया। ताइवान की नौसेना के युद्धपोत पर राष्ट्रपति ने अपने जमीन की सुरक्षा को लेकर सेना की प्रतिबद्धता की जमकर तारीफ की है। ताइवानी नौसेना और वायुसेना इन दिनों काफी ज़ोर शोर से युद्धाभ्यास कर रही हैं।
चीन ने ताइवान पास बढ़ाई अपनी ताकत
ताइवान (Taiwan) की राजधानी ताइपे के मेयर को वेन जे ने कहा कि युद्ध से बचने के लिए तैयारियों को पूरा करना ज़रूरी है। इस अभ्यास का नाम वान एन दिया गया है। इसका मतलब होता है कि हमेशा के लिए शांति। इससे पहले चीन ने चेतावनी दी थी कि अगर नैंसी पेलोसी ताइवान की यात्रा करती हैं तो वह सैन्य कार्रवाई करेगा। चीन का दावा है कि ताइवान उसका हिस्सा है और उसने कभी भी इस बात का खंडन नहीं किया है कि वह ताकत के बल पर ताइवान पर कब्जा नहीं कर सकता।
इस सैन्य अभ्यास (Military Exercise) के दौरान दुश्मन सेना के हमले के किसी प्रयास को विफल करने की प्रैक्टिस चल रही है। इसी दौरान ताइवान द्वीप पर हवाई हमले का भी अभ्यास जारी है जिससे युद्धक तैयारियों को और ज्यादा मज़बूत किया जा सके। ताइवान यह अभ्यास ऐसे समय में कर रहा है जब चीन की ओर से उसके खिलाफ लगातार दबाव बढ़ रहा है।
ताईवान देगा जबाव
ताईवान (Taiwan) ने चीन के इस दावे का खंडन करते हुए प्रण लिया है कि वह अपनी रक्षा खुद करेगा। इस बीच रूस के यूक्रेन पर हमला करने से ऐसी आशंका प्रबल हो गई है कि चीन भी ताइवान (Taiwan) के खिलाफ जबावी कार्यवाही करेगा। चीन ने ताइवान के आसपास अपनी सैन्य दादागिरी को बढ़ा दिया है। मेयर को वेन ने कहा कि हम रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन (China) की कम्युनिस्ट पार्टी के कदमों पर कड़ाई से नजर रख सकेंगे। हम यूक्रेन युद्ध को देखते हुए हर तरह के युद्ध में महारथ हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं।