Shahbaz Sharif on Yasin Malik: कश्मीर के अलगाववादी नेता और आतंकी यासीन मलिक (Yasin Malik) को आज टेरर फंडिंग मामले में NIA कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने यासीन मलिक को सज़ा सुनाए जाने का विरोध किया है।
पाकिस्तान की ओर से आतंकी यासीन मलिक के समर्थन में लगातार बयान दिए जा रहे हैं। फिर चाहे वो पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) हों, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) हों या फिर मौजूदा विदेश मंत्री बिलावल भुट्टों (Bilawal Bhutto) हो, सबने यासीन मलिक को अपना समर्थन दिया है और भारत पर आरोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने भी यासीन मलिक (Yasin Malik) को मिली सजा का विरोध करते हुए ट्वीट कर इसे भारतीय लोकतंत्र और न्यायिक प्रणाली के लिए काला दिन करार दिया है।
पाकिस्तानी पीएम ने बताया ‘काला दिन’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif on Yasin Malik) ने ट्वीट कर लिखा, “आज भारतीय लोकतंत्र और उसकी न्यायिक प्रणाली के लिए काला दिन है। भारत यासीन मलिक (Yasin Malik) को शारीरिक तौर पर जेल में डाल सकता है लेकिन आज़ादी के जिस विचार के लिए वो जाने जाते हैं उस विचार को कैद नहीं किया जा सकता। एक बहादुर स्वतंत्रता सेनानी को आजीवन कारावास देना कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार को नया प्रोत्साहन देगा।”
यासीन मलिक (Yasin Malik) पर देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने, आपराधिक साज़िश रचने और ग़ैरक़ानूनी गतिविधियों में शामिल होने जैसे संगीन आरोप थे। अदालत में सुनवाई के दौरान यासीन मलिक ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया था। NIA की एक अदालत ने यासीन मलिक को दो मामलों में उम्रकैद की सजा सुनाई है।
Today is a black day for Indian democracy & its justice system. India can imprison Yasin Malik physically but it can never imprison idea of freedom he symbolises. Life imprisonment for valiant freedom fighter will provide fresh impetus to Kashmiris' right to self-determination.
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 25, 2022