पाकिस्तान (Pakistan) के मित्र देश चीन ने नौसेना के लिए दूसरे टाइप 054A फ्रिगेट (Type 054A Frigate) को तैयार कर दिया है। पाकिस्तानी नौसेना में इस फ्रिगेट को पीएनएस तैमूर के नाम से कमीशन करेगा। परिक्षण के बाद चीन ने इस युद्धपोत को पाकिस्तान (Pakistan) नौसेना को सौंप दिया है। इस क्लास का पहला युद्धपोत पीएनएस तुगरिल पिछले साल नवंबर में पाकिस्तानी नौसेना में कमीशन हुआ था। चीन और पाकिस्तान (Pakistan) का दावा है कि टाइप 054ए फ्रिगेट स्टील्थ तकनीक से लैस है, जिससे यह किसी भी रडार को आसानी से चकमा दे सकेगा। इस युद्धपोत में लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें और एक मिनट में कई राउंड फायर करने वाली नेवल गन भी लगाई गई है।
2017 की है डील
इस युद्धपोत की डील पाकिस्तान (Pakistan) और चीन (China) के बीच 2017 में की थी। इस करार के तहत पहला पोत पिछले साल अगस्त में तैयार किया गया था। इस डील के बाद एक साल तक इस जहाज का परिक्षण किया गया लेकिन कामयाब नहीं हो सका। सूत्रों के हवाले से पता लगा कि परिक्षण के दौरान जहाज इतना धुआं फेंकता था की सैटेलाइट के जरिये इसे आसानी से डिटेक्ट किया जा सकता था। लेकिन बाद में इसमें कई परिवर्तन किये गए और इसे पाकिस्तान (Pakistan) की नौसेना को कमीशन कर दिया गया है।
टाइप 054A फ्रिगेट कितना ताकतवर है
टाइप 054A (Type 054A Frigate) चीनी नौसेना की गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है और इस युद्धपोत में बेहद अत्याधुनिक सरफेस, सब सरफेस और एंटी एयर हथियार लगाए गए हैं। इसका सबसे प्रमुख हथियार वर्टिकल लॉन्च होने वाली एचएचक्यू-16 सरफेस टू एयर मिसाइल है। इस युद्धपोत में इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, एयर और जमीनी निगरानी के लिए उपकरणों और सेंसर को भी लगाया गया है। इसके अलावा युद्धपोत में अत्याधुनिक युद्ध प्रबंधन सिस्टम भी लगा हुआ है जिससे पाकिस्तानी नेवी की लड़ने की क्षमता कई गुना तक बढ़ जाएगी। यही नहीं इस युद्धपोत के आने के बाद पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाएगी।