New Delhi: पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई (Inflation in Pakistan) और रिकार्डतोड़ आर्थिक बदहाली ने कोहराम मचा दिया है। खाने-पीने के ज्यादातर सामान महंगे होतो जा रहे है। सब्जियों के बाद दालों की कीमतें में भी बढ़ गई है, जिससे आम जनता परेशान है। पड़ोसी देश में अब सोने की कीमतें भी अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।
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महंगाई से बेहाल हो रहे पाकिस्तान (Inflation in Pakistan) में सोने का दाम इस सप्ताह एक लाख रुपये प्रति तोले से भी ज्यादा हो गया। पाकिस्तान में एक तोला सोना 105,200 रुपये (पाकिस्तानी रुपए) का हो गया। इससे पहले 24 जून को भी सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया था और यह उच्चतम स्तर पर 105,100 रुपये प्रति तोला पर पहुंच गया था।
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इन सब के साथ आम आदमी के लिए रोजाना के खर्चों को उठाना ही मुश्किल है। साथ ही पाकिस्तान की स्थिति को लेकर जारी अनिश्चितता के चलते विदेशों से भी निवेश नहीं आ रहा है। मालूम हो कि पाकिस्तानी रुपये में दुनियाभर के दूसरे देशों की तुलना सबसे ज्यादा गिरावट आई है। पाकिस्तान ने न सिर्फ विकसित अर्थव्यवस्थाओं, बल्कि भारत, चीन, बांग्लादेश और नेपाल जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भी सबसे बड़ी मुद्रास्फीति दर्ज की है।
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वही शुक्रवार को भारत के बिजली मंत्री आर के सिंह ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये आयोजित इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, प्रायर रेफरेंस कंट्री (Prior Reference Countries) से उपकरणों की आयात की अनुमति नहीं होगी. इसके तहत हम देशों की सूची तैयार कर रहे हैं लेकिन इसमें मुख्य रूप से चीन और पाकिस्तान शामिल हैं.’ ‘प्रायर रेफरेंस कंट्री’ (Prior Reference Countries) की श्रेणी में उन्हें रखा जाता है जिनसे भारत को खतरा है या खतरे की आशंका है. मुख्य रूप से इसमें वे देश हैं जिनकी सीमाएं भारतीय सीमा से लगती हैं. इसमें मुख्य रूप से पाकिस्तान और चीन हैं।