Fatima Payman Wins: भारत में कुछ वक्त से मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर विवाद चल रहा रहा है, जिसपर पिछले कई महीनों से बहस चल रही है, लेकिन ठीक उसी समय ऑस्ट्रेलिया की संसद में हिजाब पहनने वाली पहली मुस्लिम महिला सांसद की एंट्री हुई है। महिला सांसद का नाम फातिमा पेमैन है। उन्होंने पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया की छठी और अंतिम सीनेट सीट जीती है। ये सीट जीतकर फ़ातिमा पहली अफगान-ऑस्ट्रेलियाई सासंद बनने के साथ संसद में हिजाब पहनने वाली पहली मुस्लिम महिला बन गई हैं।
इसे इत्तेफ़ाक ही कहेंगे कि ऑस्ट्रेलिया में अफगानिस्तान की एक पूर्व शरणार्थी, फ़ातिमा पेमैन (Fatima Payman) की जीत विश्व शरणार्थी दिवस पर हुई है। फातिमा के अलावा, लिबरल सीनेटर माइकलिया कैश और डीन स्मिथ के साथ, लेबर सीनेटर सू लाइन्स और ग्लेन स्टर्ल फिर से चुने गए हैं, लेकिन पेमैन राज्य की एकमात्र नई सीनेटर हैं। ये वाकई हरेक महिला की जीत है, न सिर्फ हिजाब पहनने वाली मुस्लिम महिला या कोई शरणार्थी बल्कि हर अहम एतमादी महिला की।
खुशी से गद-गद हुई फ़ातिमा
इससे पहले अंतिम सीट ग्रीन सीनेटर डोरिंडा कॉक्स का कब्जा है, जो 2021 में सीनेट में WA का प्रतिनिधित्व कर रहीं पहली स्वदेशी महिला बनीं। फ़ातिमा पेमैन अपनी जीत के बाद काफी खुश हैं।
फ़ातिमा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “हम जीत गए… मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि मुझे आधिकारिक तौर पर पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के लिए एक सीनेटर के रूप में चुना गया है, आपके प्यार और समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद! हमने कर दिखाया!”
जीत पर लगा बधाइयों का तांता
फ़ातिमा की जीत पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने भी ट्वीट कर औपचारिक तौर से ट्विटर पर बधाई दी है। प्रधानमंत्री एंथनी ने लिखा कि “बधाई सीनेटर पेमैन।”
Congratulations Senator Payman https://t.co/EazEB9h5Gn
— Anthony Albanese (@AlboMP) June 20, 2022
ऑस्ट्रेलियन पीएम के अलावा फ़ातिमा को उनके साथियों ने भी उन्हें जीत की बधाई दी हैं। डब्ल्यूए सांसद पैट्रिक गोर्मन ने उन्हें मुबारकबाद देते हुए कहा कि “मुझे बहुत गर्व है कि हमारा राज्य कैनबरा में हमारा प्रतिनिधित्व करने के लिए फातिमा को भेज रहा है।” फ़ातिमा अफगानिस्तान से सांस्कृतिक जुड़ाव वाली एक ऑस्ट्रेलियाई मुस्लिम है।
BREAKING: Meet Western Australia’s newest Senator – Fatima Payman.
The @AusElectoralCom Senate count for WA just minutes ago confirmed that Fatima will be joining the @AlboMP Labor team in the Senate. #auspol pic.twitter.com/6jvSvkc2Jx
— Patrick Gorman MP (@PatrickGormanMP) June 20, 2022
अफगान दूतावास ने दी जीत की बधाई
ऑस्ट्रेलिया में अफगान दूतावास ने भी फ़ातिमा की जीत पर उन्हें बधाई दी। दूतावास ने कहा कि विश्व शरणार्थी दिवस पर यह खबर सुनकर खुशी हुई। अफगान दूतावास ने कहा कि “इस #WorldRefugeeDay पर हमें यह सुनकर खुशी हो रही है कि फातिमा पेमैन, जो एक अफगान शरणार्थी हैं, वे अब एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं, ने ऑस्ट्रेलिया संसद सीनेट की ओर अपना रास्ता बना लिया है। बहुत बधाई, सीनेटर फातिमा पेमैन!”
On this #WorldRefugeeDay we are pleased to hear that Ms Fatima Payman, an Afghan 🇦🇫Refugee, now an Australian 🇦🇺 citizen, has made her path towards the Senate of the @Aust_Parliament
Many congratulations, Senator Fatima Payman! pic.twitter.com/MSExD38mpp
— Afghanistan in Australia (@AfghanEmbassyAu) June 20, 2022
She worked hard supporting Labor candidates and members across WA. This is a win for our state and a win for the grassroots members of @walabor who helped get our Senate vote to this level.
— Patrick Gorman MP (@PatrickGormanMP) June 20, 2022
ऑस्ट्रेलियन इस्लामिक कॉलेज पर्थ ने ट्विटर पर नए सीनेटर को बधाई देते हुए एक वीडियो पोस्ट की है। इस वीडियो में फातिमा पेमैन मुस्लिम छात्रों के एक समूह को सलाह दे रही थीं।
Australian Islamic College Perth congratulates Sr. Fatima Payman, on being elected as the first Muslim Australian Senator from WA.#AIC #FatimaPayman #SenatorforWA #AICAlumni #Leadership pic.twitter.com/gifOHrXOtm
— Australian Islamic College (@AIslamicCollege) June 20, 2022
ऑस्ट्रेलिया के पर्थ की हैं फ़ातिमा
बता दें कि फ़ातिमा पेमैन ऑस्ट्रेलिया की परवरिश पर्थ के उत्तरी उपनगरों में हुई है। इससे पहले वो अपने माता-पिता और तीन भाई-बहनों के साथ एक बचपन में अफगानिस्तान से एक शरणार्थी के रूप में पहुंचीं थीं। शुरुआती सालों में, उनके पिता ने चौबीसों घंटे रसोई में, एक सुरक्षा गार्ड और एक टैक्सी चालक के तौर पर काम किया। उसके बाद ड्राइविंग सिखाने का अपना छोटा सा स्कूल खोल व्यवसाय शुरू किया। इस दौरान उनकी माँ ने परिवार की देखभाल की।
पिता ने दी प्रेरणा
फ़ातिमा कहती हैं कि जब वह छोटी थी, तबसे अपने माता-पिता की कड़ी मेहनत को देखकर वो प्रेरित हुईं।
फ़ातिमा पेमैन (Fatima Payman) यूनाइटेड वर्कर्स यूनियन की एक आयोजक बनी। लेकिन साल 2018 में उन्होंने अपने पिता को ल्यूकेमिया में खो दिया। तब उन्होंने फैसला किया कि वह उनके जैसे मेहनती ऑस्ट्रेलियाई लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगी। जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की। फ़ातिमा ने महिलाओं, युवाओं और सांस्कृतिक रूप से विविध समुदायों के लिए काम किया।
I am so proud that our state is sending Fatima to represent us in Canberra.
Senator-elect Payman is an Australian Muslim with cultural roots from Afghanistan, the eldest of four children and a strong advocate for workers.
— Patrick Gorman MP (@PatrickGormanMP) June 20, 2022