China on QUAD Summit 2022: जापान में QUAD Summit 2022 के लिए कई देशों के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौजूद हैँ। अमेरिका के राष्टपति जो बाइडन ने टोक्यो की धरती से इंडो-पैसिफिक रणनीति (IPEF) को लागू करने की घोषणा कर दी है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका की इस घोषणा पर किए गए सवाल का जवाब दिया है। आपको बता दें कि बिलावल भुट्टो बतौर पाकिस्तान के विदेश मंत्री चीन के दौरे पर थे। इस दौरान उनकी मुलाकात चीन के विदेश मंत्री से हुई। इस मुलाकात के बाद दोनों देशों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चीने के विदेश मंत्री ने इंडो-पैसिफिक रणनीति के सवाल पर अपनी टिप्पणी की।
भारत में चीन के राजदूत ने किया ट्वीट
अमेरिका के इंडो-पैसिफिक रणनीति (IPEF) पर किए गए सवाल पर चीन के विदेश मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना जवाब दिया। भारत में मौजूद चीन के राजदूत ने इस बयान को ट्वीट किया है।
उन्होंने कहा, “अमेरिका की तथाकथित हिंद-प्रशांत रणनीति ने चिंताओं को बढ़ा दिया है। इसका मकसद न सिर्फ़ ‘एशिया प्रशांत’ क्षेत्र का नाम मिटाना है बल्कि दशकों से इस क्षेत्र के देशों की ओर से हासिल की गई शांति और विकास को भी नष्ट करना है।”
चीनी विदेश मंत्री ने कहा, “तथ्य ये साबित करेंगे कि अमेरिका की तथाकथित हिंद-प्रशांत रणनीति एक ऐसी रणनीति है जो विभाजन पैदा करती है, टकराव के लिए उकसाती है और शांति भंग करती है। कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि रणनीति को कैसे पेश किया जा रहा है, इसका असफल होना तय है।”
State Councilor&FM Wang Yi: the so-called Indo-Pacific Strategy is in essence a strategy that creates divisions, incites confrontation&undermines peace. No matter how the strategy is airbrushed or disguised, it is bound to be a failed strategy. https://t.co/DrCDoWuhWh pic.twitter.com/D7IBryXkr3
— Sun Weidong (@China_Amb_India) May 23, 2022
चीन के विदेश मंत्री ने अपने बयान में ‘सिमा झाओ की बुरी नीयत के बारे में सबको पता है’ कहावत का भी इस्तेमाल किया है।
फिलहाल जापान में QUAD Summit 2022 का आयोजन किया गया है जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के शीर्ष नेता शामिल हैं। लेकिन चीन (China on QUAD Summit 2022) इस समूह को अपना विरोधी बता रहा है।
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