नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं देश के बाहर से भी इस कानून के विरोध में आवाज उठ रही है। दरअसल, भारत में CAA को लेकर मचे बवाल के बीच अब कनाडा से भी विरोध की आवाज सामने आई है।
कनाडा के न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह ने सीएए को भेदभावपूर्ण बताया है। जगमीत सिंह ने ट्वीट कर नागरिकता कानून पर अपना विरोध जताया। उन्होंने कहा, भारत सरकार का नया नागरिकता संशोधन कानून मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के साथ भेदभाव करता है। जगमीत ने कहा, यह गलत है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।
The Indian government’s new Citizenship Amendment Law purposely discriminates Muslims & other minority communities. It is wrong & should be denounced.
At a time of rising hate & polarization, governments should work to unite people, not divide them.#CitizenshipAmendmentAct
— Jagmeet Singh (@theJagmeetSingh) December 25, 2019
अपने ट्वीट में जगमीत सिंह ने लिखा, बढ़ती नफरत और ध्रुवीकरण के समय सरकारों को लोगों को एकजुट करने के लिए काम करना चाहिए, न कि उन्हें विभाजित करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी नागरिकता संशोधन कानून 2019 को लेकर देश के बाहर से विरोध की खबरें आईं हैं। मालूम हो कि CAA पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) भी चिंता जता चुकी है।
परिषद ने कहा था, ‘हम चिंतित हैं कि भारत का नया नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 मूल रूप से प्रकृति में भेदभावपूर्ण है। हमें उम्मीद है कि भारत का सुप्रीम कोर्ट भारत के अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दायित्वों के साथ कानून की अनुकूलता पर सावधानीपूर्वक विचार करेगा।’