क्या है IndiaAI Mission, सरकार क्यों दे रही इस पर इतना जोर?

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क्या है IndiaAI Mission, सरकार क्यों दे रही इस पर इतना जोर?

आज दुनिया में AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बोल बाला है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी अपने कामों को आसान बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की शुरुआत 1950 के दशक में हुई। आप में से बहुत कम लोग जानते होंगे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इस शब्द का अर्थ क्या है, इसका मतलब है बनावटी तरीके से तैयार की गई बौद्धिक क्षमता।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मदद से कंप्यूटर सिस्टम विकसित किया जाता है जिसे बिलकुल उसी तरह से चलाने की कोशिश की जाती है जैसे किसी इंसान का दिमाग काम करता है। AI बिलकुल एक मानव की तरह ही सोचता है सुझाव देता है और भी बहुत से ऐसे काम करता है जो एक मनुष्य का दिमाग आमतौर पर करता है।

सरकार ने लॉन्च किया IndiaAI Mission

वहीं बढ़ते AI के दौर को देखते हुए अब भारत सरकार ने देश में ‘इंडिया एआई मिशन’ की घोषणा कर दी है। इसके तहत सरकार आने वाले पांच सालों में 10,372 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

AI पर काम करने के लिए कंपनियों को दी जाएगी फंडिंग

सरकार देश की प्राइवेट कंपनियों को सब्सिडी (Subsidy) देकर देश में एआई (AI) कंप्यूटिंग क्षमता बढ़ाने के लिए कार्य करेगी। इससे एआई के क्षेत्र में रिसर्च और विकास कार्यों में तेजी होगी। इसी बीच सरकार ने बताया है कि कंपनियों को एआई पर काम करने के लिए फंडिंग भी दी जाएगी। जिससे इन कंपनियों की तरक्की तो होगी ही साथ में रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगी।

अभी तक देश में इस्तेमाल किए जा रहे एआई से जुड़े कंप्यूटर सिस्टम और सॉफ्टवेयर विदेशों से आए थे। लेकिन अब इंडिया एआई मिशन के तहत देश में ही ऐसे सॉफ्टवेयर विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। इसे मिशन से भारतीय वैज्ञानिकों और कंपनियों को एआई से जुड़ी कई चीजें सीखने को मिलेंगी। इतना ही नहीं एआई का इस्तेमाल करने वाले युवाओं को भी इसका लाभ मिलेगा।

क्या है सरकार का प्लान (IndiaAI Mission)

एआई मिशन के तहत भारत सरकार 10 हजार से ज्यादा ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स यानी GPU लगावाने की कोशिश में है। इसके साथ ही सरकार द्वारा 50 से ज्यादा मंत्रालयों में एआई क्यूरेशन यूनिट्स (AI Curation Units) भी बनवाई जाएंगी। एक एआई मार्केटप्लेस (AI Marketplace) भी बनेगा, इस मार्केटप्लेस पर एआई सर्विस (AI Service) और प्री-ट्रेंड मॉडल्स (Pre-Trained Models) उपलब्ध होंगे। इतना ही नहीं अलग-अलग विभागों में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स (AI) के लिए खास लैब्स बनवाए जाएंगे। इससे जो लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग करके नई चीजें बनाना चाहते हैं उन्हें काफी मदद मिल सकेगी। साथ ही मेडिकल की दुनिया में भी इसकी मदद ली जा सकेगी।

युवाओं को तैयार करेगा AI! (IndiaAI Mission)

एआई मिशन को लौंच करने का सरकार का एक मकसद ये भी है कि देश में ज्यादा से ज्यादा लोग AI का इस्तेमाल करना सीखें। इसके मकसद को पूरा करने के लिए सरकार देश में दो नए प्रोग्राम शुरू करेगी। पहला प्रोग्राम ‘इंडिया एआई फ्यूचरस्किल्स प्रोग्राम है। इस प्रोग्राम में सरकार ग्रेजुएशन (UG) और पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) की डिग्री वाले AI कोर्स को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करेगी।

AI को तेजी से सीख रहे हैं भारतीय

शायद आपको ये जानकर हैरानी होगी पिछले 7 सालों में भारत में लिंक्डइन(LinkedIn) पर AI से जुड़े हुनर बताने वाले लोगों के प्रोफाइल की संख्या 14 फीसदी बढ़ गई है। मिली जानकारी के अनुसार एक रिपोर्ट जिसका नाम है ‘फ्यूचर ऑफ वर्क: स्टेट ऑफ वर्क @ AI (State Of Work @AI) इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत का नाम उन टॉप 5 देशों में शामिल है जहां AI का इस्तेमाल करना लोग बहुत तेजी से सीखे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ टेक कंपनियों में ही नहीं बल्कि बैंक और स्कूल जैसे कई क्षेत्रों में भी लोग AI का इस्तेमाल करना सीख रहे हैं।

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