नई दिल्ली: साल के आखिरी महीने के पहले दिन यानि कि 1 दिसंबर विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने के पीछे का लक्ष्य लोगों को जागरुक करना है। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इस रोग की दुनिया में क्या स्थिति है, यह किस कारण से होता और इससे बचाव के क्या उपाय हैं-
दुनिया में HIV की स्थिति
एड्स एक ऐसी बीमारी है जो ह्यूमन इम्यूनोडिफीसिअन्सी वायरस (HIV) की वजह से होती है। दुनियाभर में कुल 3.8 करोड़ लोग एचआईवी की चपेट में हैं।
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कारण
एड्स के होने के यूं तो कई कारण होते हैं, लेकिन असुरक्षित यौन संबंध इसका सबसे बड़ा कारण है। पार्टनर के एचआईवी संक्रमित होने पर इसका खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।
HIV संक्रमित खून चढ़ाने से भी यह गंभीर बीमारी हो सकती है।
अगर किसी के शरीर में HIV संक्रमित अंग प्रतिस्थापित करने से भी एड्स हो सकता है।
एचआईवी पॉजिटिव महिला से उसके बच्चे को इस बीमारी का खतरा रहता है
एक बार इस्तेमाल की जानी वाली सुई के दोबारा इस्तेमाल करने से भी इन रोग के होने का खतरा होता है।
लक्षण
जिन लोगों को एड्स होता है उनमें तेजी से वजन कम होना, सर्दी लगना, बुखार रहना, लाल चकत्ते पड़ जाना, रात में पसीना आना और मांसपेशियों में दर्द रहना आदि की समस्या होती है।
बचाव
अगर आपको इनमें से किसी भी तरह का कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए और हमेशा जीवाणुरहित या डिस्पोजेबल सिरिंज ही उपयोग करें।