रनरअप बनते ही मान्या पहुंची पिता के पास, इस अंदाज में किया वेलकम

दिल और दिमाग में कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो उचाइयों तक पहुंचना इतना मुश्किल नहीं जितना इंसान सोचता है।

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VLCC Femina Miss India 2020
दिल और दिमाग में कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो उचाइयों तक पहुंचना इतना मुश्किल नहीं जितना इंसान सोचता है।

Lucknow: दिल और दिमाग में कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो उचाइयों तक पहुंचना इतना मुश्किल नहीं जितना इंसान सोचता है। उत्तर प्रदेश के देवरिया (VLCC Femina Miss India 2020) से ऐसी ही एक मिसाल पेश करने वाली खबर सामने आई है। इस बार की मिस इंडिया बनने वाली मान्या सिंह एक ऑटो चलाने वाले की बेटी है। अपने जज्बे और लगन से उन्होंने ये खिताब जीतने के साथ-साथ देश के लाखों लोगों का दिल (VLCC Femina Miss India 2020) जीत लिया। 

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मान्या के पिता रिक्शा चालक (VLCC Femina Miss India 2020) हैं और 14 साल की उम्र में ही वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए घर से भाग गई थीं। उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने मम्मी के पैर छूते हुए और पापा को गले लगाते हुए नजर आ रहीं हैं। ये वीडियो आपको भी इमोशनल कर देगा। 

 

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बता दें मान्या (VLCC Femina Miss India 2020) के लिए ये सफर इतना आसान नहीं था, लेकिन सपनों के साथ जीने वाली मान्या ने मेहनत करके इस मुकाम को पा लिया। मान्या ने अपनी जिंदगी में बहुत स्ट्रगल किया है। क्योंकि वे एक साधारण परिवार की लड़की है। मान्या सिंह छोटे शहर की लड़कियों के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं। कैसे एक साधारण परिवार और छोटे शहर की लड़की भी बड़े सपने देख सकती हैं। मान्या ने मिस इंडिया के रनर अप का खिताब अपने नाम करने के बाद अपने जीवन के संघर्षों को लोगों के साथ शेयर किया। 

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मान्या (Manya Singh) ने कहा कि “14 साल की उम्र में, मैं देखती थी कि मेरे आसपास की लड़कियां जीवन का आनंद उठा रही हैं, अच्छे कपड़े पहन रही हैं, स्कूल जा रही हैं। मुझे पता था कि मेरा जीवन उनकी तरह नहीं है।” मान्या के अनुसार एक बार उनको शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश दिलाने के लिए उनकी मां को गहने बेचने पड़े थे। मान्या ने कहा, “मिस इंडिया मेरा बचपन का सपना नहीं था। इसलिए मैं डॉक्टर या इंजीनियर नहीं बनना चाहती थी। हालांकि उससे मेरे माता-पिता खुश होते लेकिन मैं साधारण जीवन नहीं जीना चाहती थी। मैं जीवन में कुछ ‘मसाला’ चाहती थी।’ 

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