UPI Payment: 1 अप्रैल से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के जरिए किसी दुकानदार को पैसे देना महंगा होगा । UPI को ऑपरेट करने वाली संस्था नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने सुर्कलर जारी करते हुए 1 अप्रैल से 2 हजार रुपए से अधिक के मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर प्रीपेड पेमेंट इंस्टूमेंट्स फीस (PPI) लगाने की सिफारिश की है। अब सरकार इस पर विचार कर रही है।
जानकारी के अनुसार, 2 हजार रुपए से अधिक के UPI ट्रांजेक्शन पर 1.1 % PPI फीस लगाने की सिफारिश की गई है। यह चार्च ट्रांजैक्शंस यानी व्यापारियों को पेमेंट करने वाले यूजर्स को देना पडेगा। इससे लेनदेन महंगा होने की संभावना है।
कितना मंहगा हो जाएगा पैमेंट करना
ये 1.1 % का चार्ज 2 हजार रुपए से ऊपर के पैमेंट पर लगाने की सिफारिश की गई है। ऐसे में अगर आप किसी दुकानदार (मर्चेंट) को इससे ज्यादा यानी 2,500 रुपए का पैमेंट करते हैं तो इस पर 1.1% का चार्ज के रूप में 27.50 रुपए देने होंगे। ऐसे में आपको 2,500 रुपए के सामान के लिए 2,527.50 रुपए (2,500+27.50) का पैमेंट करना होगा।
2016 में UPI की लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक क्रांति आ गई। UPI ने सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता।
UPI की जानकारी
-UPI सिस्टम रियल टाइम फंड ट्रांसफर करता है। एक एप्लीकेशन में कई बैंक अकाउंट लिंक किए जा सकते हैं।
-किसी को पैसा भेजने के लिए आपको सिर्फ उसके मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर या UPI आईडी की जरूरत पड़ती है।
-UPI को IMPS के मॉडल पर डेवलप किया गया है। इसलिए UPI ऐप के जरिए आप 24×7 बैंकिंग कर सकते हैं।
-UPI से ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए ओटीपी, सीवीवी कोड, कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट आदि की जरूरत नहीं होती।