Uttar Pradesh: समाजवादी पार्टी (SP) के नेता आजम खान की पत्नी और बेटा दोनों ही सीतापुर के जेल में केद हैं। इस बीच आजम के करीबी कारोबारी को पुलिस ने गिरफ्तार (SP Leader Azam Khan Case) कर लिया है। यतीमखाना बस्ती प्रकरण में आजम और तत्कालीन सीओ आले हसन खान के करीबी हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह चौहान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। धर्मेंद्र को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया। रामपुर के चर्चित यतीमखाना बस्ती प्रकरण में आजम के कई करीबियों के खिलाफ मामले दर्ज हुए थे। उनमे से एक सीओ आले हसन खान पर गाज गिर गई है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि घटना के वक्त धर्मेंद्र रामपुर में तैनात था।
जानकारी के मुताबिक धर्मेंद्र को कचहरी के पिछले गेट से गिरफ्तार (SP Leader Azam Khan Case) किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि धर्मेंद्र के पास से उस समय लोगों के घर से लूटे गए 500 रुपये और 100 रुपये के पुराने नोट, 1000 हजार की नोट और कान के बूंदे, सीडी प्लेयर, सोने की एक चेन, चांदी की पायल बरामद की गई है। आपको बता दें आजम खान 15 मार्च 2020 को संपत्ति कब्जाने की वजह से जेल गए थे। राज्स्व निरीक्षक मनोज कुमार की तहरीर पर आजम खान के खिलाफ संपत्ति हड़पने का मामला दर्ज हुआ था। ये मामला थाना अमीज नगर में दर्ज किया गया था।
आजम खान बोले- जेल में हमारे साथ अमानवीय व्यवहार हुआ
आजम के खिलाफ आईपीसी की धारा 447 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम की धारा 2,3 में मामला दर्ज (SP Leader Azam Khan Case) किया गया था। तो वहीं, जिला प्रशासन ने रामपुर में स्थित जौहर यूनिवर्सिटी को शासकीय नियंत्रण में लेने के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा था। जानकारी के मुताबिक 9 सदस्य समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जौहर यूनिवर्सिटी की कुल 78 हेक्टेयर जमीन में 36 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन सरकारी या सरकार से जुड़ी हुई जमीनें शामिल है। वहीं, यूनिवर्सिटी में 163 करोड़ रुपये की लागत में 88 करोड़ से ज्यादा सराकरी पैसा लगा हुआ है।