America: माइक्रोसॉफ्ट ने सत्य नडेला (Satya Nadella) को नई जिम्मेदारी दे दी है। कंपनी ने नडेला को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स प्रमुख बना दिया है। दरअसल फरवरी 2014 में स्टीव बाल्मर से पदभार लेने वाले नडेला ने मोबाइल प्रतिद्वंद्वी कंपनियों जैसे एप्पल और गूगल को पीछे छोड़ दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट को ज्यादा लोकप्रिय बनाया है।
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कहां से की पढ़ाई
नडेला (Satya Nadella) का जन्म हैदराबाद में हुआ था। उनके पिता एक प्रशासनिक अधिकारी और मां संस्कृत की लेक्चरर थीं। मनिपाल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग पूरा करने के बाद नडेला 1988 में अमेरिका चले गए थें। उच्च शिक्षा खत्म करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ गए।
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CEO बनने का सफर
नडेला (Satya Nadella) ने फर्म को क्लाउड कंप्यूटिंग के विकास के बारे में सोचने को कहा था। जिसके बाद उनकी ये बात मान ली गई और कंपनी प्रोफिट भी हुआ। इस बीच सत्या को डेवलपमेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी दी गई। 2007 में इस विभाग में शामिल हुए और अगले चार साल तक इसका हिस्सा बने रहे।
नडेला तब माइक्रोसॉफ्ट के सिस्टम और टूल डिवीजन में चले गए और उन्हें इसका अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया। सत्या को माइक्रोसॉफ्ट का हिस्सा होने के लिए 7.9 मिलियन डॉलर्स मूल्य के शेयर दिए गए और साथ ही हर साल 70,0000 डॉलर का वेतन भी मिलता है। 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के पद दे दिया गया।
बता दें सत्या की शादी 1992 में अनुपमा से हुई थी, जो उनके पिता के दोस्त की बेटी थीं। इन दोनों के तीन बच्चें है। जिसमे दो बेटियां और एक बेटा शामिल है। इस वक्त ये परिवार वाशिंगटन के बेलेव्यू में रहता है। दरअसल, अपने खाली समय में नडेला कविता पढ़ना पसंद करते हैं और क्रिकेट के शौकीन है।
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