Press Conference On Moosewala Murder: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2 शूटरों समेत 3 लोगों को गुजरात से गिरफ्तार किया है। इस कामयाबी के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस कार्रवाई की पूरी जानकारी दी।
दिल्ली पुलिस ने हत्याकांड के बारे में बताया कि, “Sidhu Moosewala हत्याकांड में शामिल दो मुख्य शूटरों समेत उनके मॉड्यूल हेड को गिरफ्तार किया है। इनसे बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामान बरामद हुआ है। स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी HGS धालीवाल ने कहा कि 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई थी। स्पेशल सेल लगातार इसपर काम कर रही थी।”
दोनों मॉड्यूल गोल्डी बराड़ से टच में थे- दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Press Conference On Moosewala Murder) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि, “उस दिन 2 मॉड्यूल घटना को अंजाम दे रहे थे, दोनों मॉड्यूल गोल्डी बराड़ से टच में थे। बोलेरो गाड़ी कशिश चला रहा था और प्रियव्रत फौजी हेड कर रहा था। बोलेरो गाड़ी में 4 सवार थे और कोरोला में 2 शूटर थे। अंकित सिरसा, दीपक, प्रियव्रत, मॉड्यूल प्रमुख सभी बोलेरो कार में थे। जगरूप रूपा कोरोला कार चला रहा था इसमें मनप्रीत मनु भी सवार था। मनप्रीत मनु ने सिद्धू मूसेवाला पर फायरिंग की। बाद में बाकी सभी ने भी गोली चलाई थी। घटना के तुरंत बाद मनप्रीत मनु और रूपा वहां से चले गए। वहीं प्रियव्रत का लीड मॉड्यूल भी मौके से फरार हो गया।”
गुजरात से हुई गिरफ्तारी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पेशल सीपी ने बताया कि “गुजरात के मुद्रा पोर्ट के पास से 19 जून को आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी। वहां पर एक आरोपी किराए पर रह रहे थे। इन आरोपियों के पास से 8 ग्रेनेड, ग्रेनेड लांचर, 9 इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर भी बरामद हुए हैं। हरियाणा के हिसार से हथियार बरामद किए हैं।”
उन्होंने बताया कि, “गिरफ्तार किए गए 3 आरोपियों में से एक घटना के वक्त मुख्य साजिशकर्ता गोल्डी बराड़ के संपर्क में था। घटना से पहले उनके पास फोन आया था क्योंकि गोल्डी बराड़ को रेकी से सूचना मिली थी कि सिद्धू मूसेवाला बिना पर्याप्त सुरक्षा के घूम रहा है। शूटिंग के बाद उन्होंने फिर से गोल्डी को फोन किया और कहा कि उन्होंने टास्क पूरा कर दिया है। वारदात में एके सीरीज की राइफल का इस्तेमाल किया गया था। हत्या के समय ग्रेनेड भी इनके पास थे। जिसे बैकअप के लिए इन्होंने रखा था कि अगर राइफल से हत्या नहीं कर पाए तो हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल करते।