इस कारण बिगड़े पाक और सऊदी के संबंध, लौटाना पड़ेगा कर्ज

साथ ही साल 2018 में सऊदी ने पाकिस्तान को 6.2 अरब डॉलर का कर्ज दिया था, जिसमें से पाकिस्तान को इस महीने 1 अरब डॉलर लौटाने पड़ेंगे।

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Pak-Saudi Issue
इस कारण बिगड़े पाक और सऊदी के संबंध, लौटाना पड़ेगा कर्ज

Delhi: पाकिस्तान (Pakistan) के दशकों पुराने मित्र सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने भी अब उसका साथ छोड़ (Pak-Saudi Issue) दिया है इसके साथ ही उसने पाकिस्तान को ईंधन और कर्ज देना भी बंद कर दिया है। इसके पीछे का कारण कश्मीर मसले को माना जा रहा है। दरअसल पाकिस्तान ने कश्मीर मामले पर इस्लामिक सहयोग संगठन से समर्थन नहीं मिलने पर बयानबाजी की थी। जिसके बाद सऊदी ने न सिर्फ पैसे और तेल देना बंद कर दिया है, बल्कि उसने वसूली भी शुरू कर दी है। इसी के तहत पाकिस्तान को इसी महीने सऊदी अरब को 1 अरब डॉलर का कर्ज लौटाना पड़ा।

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आपको बता दें कि भारत के जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने से पाकिस्तान बौखला गया। पाकिस्तान कश्मीर मसला को उठाने कि लिए सऊदी अरब पर इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक बुलाने का दबाव बनाता आ रहा है। पाकिस्तान ने इसी साल फरवरी में इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक बुलाने को कहा था, जिसे सऊदी अरब ने ठुकरा दिया, जिसके बाद से पाकिस्तान अनाब-शनाब बयानबाजी (Pak-Saudi Issue) कर रहा है। बता दें कि स्लामिक सहयोग संगठन यानी ओआईसी 57 मुस्लिम देशों का एक समूह है जिसमें सऊदी अरब का दबदबा है। संयुक्‍त राष्‍ट्र के बाद ओआईसी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा संगठन है।

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पाक विदेश मंत्री कुरैशी ने ओआईसी बैठक आयोजित नहीं करने पर सऊदी की आलोचना की और मुस्लिम देशों के इस संगठन को तोड़ने की भी धमकी दी थी। पाकिस्तानी न्‍यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा था, ‘मैं एक बार फिर से पूरे सम्‍मान के साथ इस्लामिक सहयोग संगठन से कहना चाहता हूं कि विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक हमारी अपेक्षा है। अगर आप इसे बुला नहीं सकते हैं तो मैं प्रधानमंत्री इमरान खान से यह कहने के लिए बाध्‍य हो जाऊंगा कि वह ऐसे इस्‍लामिक देशों की बैठक बुलाएं, जो कश्‍मीर के मुद्दे पर हमारे साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं और जो दबाए गए कश्मीरियों का साथ देते हैं।’

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विदेश मंत्री कुरैशी ने यह तक कह डाला कि अगर ओआईसी विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक बुलाने में विफल रहता है, तो पाकिस्तान ओआईसी के बाहर एक सत्र का आयोजन करेगा। क्योंकि कश्मीर मसले पर पाकिस्तान अब और इंतजार नहीं कर सकता। जिसके बाद सऊदी ने साफ कह दिया है कि वह अब पाकिस्तान को तेल और लोन यानी कि कर्ज नहीं देगा। साथ ही साल 2018 में सऊदी ने पाकिस्तान को 6.2 अरब डॉलर का कर्ज दिया था, जिसमें से पाकिस्तान को इस महीने 1 अरब डॉलर लौटाने पड़ेंगे। दरअसल, नवंबर, 2018 में सऊदी अरब द्वारा घोषित 6.2 बिलियन डॉलर के पैकेज में कुल 3 बिलियन डॉलर का कर्ज और 3.2 बिलियन डॉलर की एक ऑयल क्रेडिट सुविधा शामिल था।

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