क्रिप्टो करेंसी के बढ़ते बाजार के परिणामों पर बैठक की गई, इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) भी मौजूद रहे। इस बैठक में मनी लॉन्ड्रिंग (Meeting on Cryptocurrency) और टेरर फाइनेंसिंग को बढ़ावा देने की आशंकाओं की चिंता के बीच अहम माना जा रहा है। बैठक में युवाओं को लुभाने के विज्ञापन पर भी जरुरी चर्चा की गई है।
क्या क्रिप्टोकरेंसी भविष्य के लिए खतरा बन सकती है ?
दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी (Meeting on Cryptocurrency) को लेकर हुए फैसलों पर भी बातचीत की गई। इस बात पर नजर डाली गई है कि युवाओं में क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते क्रेज और बड़े-बड़े वादे करने वाले विज्ञापनों पर रोक लगनी चाहिए। साथ ही अनियमित क्रिप्टो मार्केट को मनीलॉन्ड्रिंग और आतंकवाद का अवसर नहीं बनने देना है।
विशेषज्ञों स्टेकहोल्डरों से चर्चा की गई
केंद्र सरकार में क्रिप्टोकरेंसी (Meeting on Cryptocurrency) एक विकसित तकनीक है। इसलिए सरकार इस पर नजर रख रही है। सरकार विशेषज्ञों और बाकी स्टेक होल्डरों के साथ सक्रिय रूप से चर्चा जारी रखेगी। ये मुद्दा अलग-अलग देशों की सीमाओं से जुड़ा है। इसलिए इस पर चर्चा करना बेहद जरुरी है। इसके लिए वैश्विक भागीदारी और सामूहिक रणनीतियों पर भी चर्चा की जाएगी।
क्रिप्टोकरेंसी पर कड़ी नजर रखने के लिए एहतियान कदम उठाए जाएंगे
सरकार का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी लगातार विकसित हो रही तकनीक है। इस पर कड़ी नजर रखने के लिए एहतियान कदम उठाए जाएंगे। आपको बता दें ये बैठक उस वक्त सामने आई है जब कांग्रेस ने करोड़ों रुपये के बिटकॉइन घोटाले और कर्नाटक में बीजेपी सरकार की तरफ से छिपाने के आरोप लगे है।
इस मामले की जांच करने की मांग की गई है।