LCH: रडार को चकमा देकर ऊंचे स्थानों पर सामान ले जाने में सक्षम, हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर सेना में होंगे शामिल

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Light Combat Helicopter: विश्व की सबसे बड़ी ताकतों में शामिल देश को और ताकतवर बनाने के लिए आज भारतीय वायुसेना देश में विकसित हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर (LCH) को औपचारिक रूप से अपने बेड़े में शामिल कर लेगा। इससे वायुसेना की ताकत में और इजाफा होगा। यह बहुपयोगी हेलिकॉप्टर कई मिसाइल दागने और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम है।

5.8 वज़न और 2 इंजन वाले

एलसीएच को सार्वजनिक उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया है और इसे ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात करने के लिए प्राथमिक रूप से डिजाइन किया गया है।

अधिकारियों के मुताबिक रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी की मौजूदगी में एलसीएच को जोधपुर स्थित वायुसेना स्टेशन पर होने वाले कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 5.8 टन वजन के और दो इंजन वाले इस हेलिकॉप्टर से पहले कई हथियारों के इस्तेमाल का परीक्षण हो चुका है।

थल सेना और वायु सेना में होंगे शामिल

इस साल मार्च में पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की बैठक में स्वदेशी विकसित 15 एलसीएच को 3,887 करोड़ रुपये में खरीद को मंजूरी दे दी थी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इनमें से 10 हेलिकॉप्टर वायुसेना और पांच थलसेना के में शामिल किए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि एलसीएच ‘एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर’ ध्रुव के ही समान है।

ऊँचे स्थानों पर जाने में सक्षम

ये हेलीकाप्टर अपनी कई खासियतों की वजह से जाना जाता है। रात को हमला करने और आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता है। हल्का होने की वजह से यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अपनी पूरी क्षमता में मिसाइल और दूसरे हथियारों के साथ आराम से ऑपरेट कर सकता है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार इन हेलिकॉप्टरों में 45% स्वदेशी उपकरण किए गए हैं, जिसे बाद के संस्करणों में बढ़ाकर 55% कर दिया जाएगा। यह हेलीकॉप्टर अधिक सक्रिय, गतिशील, एक्सटेंडेड रेंज, ऊंचाई के इलाकों और चौबीसों घंटे तैनाती, लड़ाई के दौरान सर्च और रेस्क्यू, दुश्मन के एयर डिफेंस पर हमला और काउंटर इमरजेंसी ऑपरेशन की भूमिका निभाने के लिए हर मौसम में मुकाबला करने में सक्षम है।

राजनाथ सिंह ने किया ट्वीट

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ‘मैं कल, यानी 3 अक्टूबर को पहले स्वदेश विकसित हल्के लड़ाकू हेलिकाप्टरों (LCH) को शामिल करने के समारोह में भाग लेने के लिए जोधपुर, राजस्थान जाऊंगा। इन हेलिकॉप्टरों को शामिल करने से भारतीय वायुसेना के युद्ध कौशल को एक बड़ा बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए बहुत उत्सुक हूं।’

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