Labour Day 2023: भारत में कब हुई लेबर डे मनाने की शुरुआत? जानिए इतिहास…

0
853
Labour Day
Labour Day

Labour Day 2023: हर साल दुनियाभर में मजदूरों और श्रमिकों को सम्मान देने के उद्देश्य में मजदूर दिवस मनाया जाता है। 1 मई मजदूरों के नाम समर्पित है। मजदूर दिवस को श्रमिक दिवस, लेबर डे या मई डे के नाम से भी जाना जाता है। मजदूरों के सम्मान के साथ ही श्रमिकों के अधिकारों के लिए आवाज उठाने के उद्देश्य से भी इस दिन को मनाते हैं, ताकि मजदूरों की स्थिति समाज में मजबूत हो सके। किसी भी देश के लिए मजदूर के विकास के लिए अहम भूमिका में होते हैं। हर काम मजदूरों के परिश्रम पर निर्भर करता है। मजदूर किसी भी क्षेत्र विशेष को बढ़ावा देने के लिए काम करते हैं।

पहली बार कब मनाया लेबर डे (Labour Day 2023)

Labour Day
Labour Day

हर साल 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। 1889 में पहली बार मजदूर दिवस मनाने का फैसला लिया गया था। मजदूर दिवस को मनाने की रूपरेखा अमेरिका के शिकागो शहर से बनने लगी थी, जब सारे मजदूर एक साथ होकर सड़क पर उतर आए थे।

क्यों मनाते हैं मजदूर दिवस

साल 1886 से पहले अमेरिका में आंदोलन की शुरुआत हुई थी। इस आंदोलन में अमेरिका के मजदूर सड़कों पर आ गए थे। अपने हक के लिए मजदूर हड़ताल पर बैठ गए थे। इस आंदोलन का कारण मजदूरों के काम की अंतिम सीमा थी। उस आंदोलन दौरान मजदूर एक दिन में 15 घंटे काम करते थे। इस आंदोलन के दौरान पुलिस ने मजदूरों के उपर गोली भी चला दी थी। इस दौरान कई मजदूरों की जान चली गई थी । सैकड़ों मजदूर घायल भी हो गए थे।

कैसे हुई मजदूर दिवस की शुरुआत

Labour Day
Labour Day

इस घटना के तीन साल बाद 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की बैठक हुई। इस बैठक में यह तय किया गया कि मजदूर से प्रतिदिन 8 घंटे ही काम लिया जाएगा करेगा।उस दिन सम्मेलन के बाद, 1 मई को मजदूर दिवस मनाने का फैसला लिया गया और इस दिन हर साल मजदूरों को अवकाश देने का भी फैसला लिया गया। इसके बाद अमेरिका के मजदूरों की तरह अन्य देशों में भी 8 घंटे काम करने के नियम को लागू कर दिया गया था।

भारत में पहली बार मजदूर दिवस कहा मनाया गया ?

अमेरिका में श्रमिक दिवस मनाने का प्रस्ताव 1 मई 1889 को लागू हुआ था। लेकिन भारत में इस दिन को मनाने की शुरुआत लगभग 34 साल बाद हुई है। भारत में भी मजदूर शोषण और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। 1 मई 1923 में पहली बार मजदूरो के आंदोलन को देखते हुए चेन्नई में मजदूर दिवस मनाया गया। लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान की अध्यक्षता में मजदूर दिवस मनाने की घोषणा की गई थी । कई संगठन और सोशल पार्टी ने इस फैसले का समर्थन किया था ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here