पूर्व एसओ विनय तिवारी पुलिस हिरासत में, पुछताछ जारी

बिकरू में हुई घटना के बाद अब चौबेपुर थाने में तैनात पुलिस कर्मियों के अलावा दूसरे थानों से दरोगाओं को अलग अलग बिन्दुओं पर जांच के लिए तैनात किया गया है।

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Kanpur Kand

Delhi: कानपुर कांड (Kanpur Kand) का मुख्य हत्यारोपी विकास दुबे (Vikas Dubey) अभी भी पुलिस की गिरफ्तर से बाहर है। मंगलवार को एसटीएफ चौबेपुर थाने के पूर्व एसओ को बिकरू गांव लेकर पहुंची। एसटीएफ ने पूरे मामले में विनय का बयान दर्ज किया था। कि मुठभेड़ के दौरान पुलिस वहां कैसे फंसी और गोलियां कहां से चल रही थी.? पूरे क्राइम सीन को समझा। साथ ही ये भी जाना की एसओ कैसे बच गए, उन्हें खंरोच तक नहीं आई यह भी पूछा। इसके बाद टीम उन्हें लेकर लौट गई। वही आपको बता दें कि बुधवार दोपहर को चौबेपुर थाने के पूर्व एसओ विनय तिवारी (SO Vinay Tiwari) को हिरासत में ले लिया गया है. विनय तिवारी को मुखबरी के आरोप में हिरासत में लिया गया है। और विनय तिवारी से पुछताछ चल रही हैं।

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एसटीएफ सस्पेंड किए गए चौबेपुर एसओ विनय तिवारी (SO Vinay Tiwari) को लेकर बिकरु गांव पहुंची। इसके बाद टीम ने पूछताछ करते हुए एक-एक मुआयना शुरू किया। पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि विनय खुद ही नहीं थाने की पूरी टीम लेकर सबसे पीछे थे। टीम विकास (Vikas Dubey) के घर की तरफ बढ़ी तो वह रुक गए और फायरिंग शुरू होते ही पूरी टीम के साथ भाग निकले थे। इसके चलते उन्हें खरोच तक नहीं आई थी और वह मुठभेड़ (Kanpur Kand) के दौरान की पूरी जानकारी भी नहीं दे सके। जबकि क्षेत्र की जानकारी से अनजान सीओ और एसओ फंस गए। इसके चलते आठ पुलिस कर्मियों की जान चली गई और सात गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। जांच-पड़ताल के बाद टीम उन्हें लेकर लौट गई।

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बिकरू में हुई घटना के बाद अब चौबेपुर थाने में तैनात पुलिस कर्मियों के अलावा दूसरे थानों से दरोगाओं को अलग अलग बिन्दुओं पर जांच के लिए तैनात किया गया है। अधिकारियों का मानना है कि जब तक चौबेपुर थाने के प्रत्येक पुलिस कर्मियों की जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक उनसे इस मामले में कोई काम नहीं लिया जाएगा। बिकरू में घटना के बाद इस मामले में नवाबगंज इंस्पेक्टर को घटना की विवेचना की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तरह से कोतवाली के दरोगा को असलहों के सत्यापन कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तरह से घटना में ऑपरेशनल कार्य को करने के लिए कलक्टरगंज, नौबस्ता, बर्रा, स्वरूप नगर आदि थानों में दरोगाओं को लगाया गया है। चौबेपुर पुलिस को इस पूरे मामले से दूर रखा गया है। उन्हें सिर्फ बाकी क्षेत्र में कानून व्यवस्था सम्भालने की जिम्मेदारी ही सौंपी गई है। चौबेपुर थाने में तैनात पुलिस कर्मियों के मोबाइल नम्बरों की छानबीन हो रही है। उनकी बीते दिनों किससे कब और कितनी बात हुई। इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

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