Gorakhpur Attack: सीएम योगी ने किया घटनास्थल का मुआयना, कहा- किसी को नहीं बख्‍शेंगे

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योगी आदित्यनाथ

Gorakhpur Attack: गोरखनाथ मंदिर के मेन गेट पर रविवार देर शाम सुरक्षाकर्मियों पर हुए हमले के बाद सोमवार की शाम को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर की सुरक्षा को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएम ने घटनास्थल का मुआयना भी किया।

गोरखनाथ मंदिर में हुई बैठक के दौरान योगी ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर न सिर्फ पूर्वी यूपी बल्कि देश-दुनिया के लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। ऐसे में यहां किसी भी दशा में सुरक्षा व्यवस्था में कमी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने घटना की गहनता से जांच करने के साथ ही ऐसी कार्य योजना बनाने को कहा जिससे किसी भी श्रद्धालु की सुरक्षा को खतरा न हो।

बैठक में एडीजी एटीएस नवीन अरोरा, एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश, एडीजी जोन अखिल कुमार, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीआईजी जे. रविंद्र गौड, जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा आदि मौजूद रहे।

सीएम योगी ने दिए कड़े निर्देश

जिन तीन जवानों ने इस साजिश को विफल किया उनको 5 लाख का इनाम दिया जायेगा. सीएम योगी ने निर्देश दिए हैँ की उसके लैपटॉप व मोबाइल पर जिनसे वह जुडा उनकी भी गंभीरता से जांच हो. अवनीश अवस्थी ने कहा की जिस तरह जवानों ने सबसे आउटर लेयर पर ही साजिश को नाकाम किया उससे साफ है की सुरक्षा मजबूत है. फिर भी समीक्षा होगी सुरक्षा की.

एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने कहा की उस व्यक्ति ने धारदार हथियार से हमला किया और धार्मिक नारे लगाए. इसमें दो जवानों गोपाल और अनिल को गंभीर छोटे आयी हैँ. महत्वपूर्ण स्थानों की अपनी सुरक्षा योजना होती. इसी वजह से वहां के सजग और सतर्क पुलिसकर्मियों ने उसे काबू किया.

उसके पास से जो चीजें बरामद हुई उन्हें देखकर लगता ये गंभीर बड़ी साजिश की तैयारी थी. आतंकी घटना से इंकार नहीं कर सकते. उसके पास से जो दस्तावेज मिले वो काफ़ी सनसनीखेज है. अगर वो अंदर प्रवेश कर जाता तो दर्शनर्थियों को क्षति पहुँच सकती थी, स्थिति बेकाबू हो सकती थी. सभी एजेंसियों की मदद लेंगे. उसने कहाँ ट्रेवल किया, किसके संपर्क मे, विदेश तो नहीं गया या बड़े षड्यंत्र का हिस्सा तो नहीं इन सब पहलुओं की जांच होगी.

एटीएस के साथ पुलिस की पांच टीमें भी जांच में जुटीं

गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार पर सुरक्षा में तैनात पीएसी जवानों पर हुए हमले की घटना की जांच में एटीएस के साथ पुलिस की 5 टीमें कर रही हैं। एडीजी एटीएस और एडीजी सुरक्षा भी गोरखपुर पहुंच गए हैं और यहां के अफसरों के साथ बैठकें कीं।

गोरखनाथ मंदिर मुख्य द्वार पर रविवार की शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई जब हाथ में धारदार हथियार लिए सिविल लाइंस निवासी अहमद मुर्तुजा अब्बासी पहुंच गया और पीएसी के दो जवानों पर ताबड़तोड़ प्रहार कर उन्हें घायल कर दिया। इतना ही नहीं उसने तकरीबन 10 मिनट तक मंदिर गेट पर जमकर उत्पात मचाया

वह हथियार लहराते हुए मंदिर परिसर में घुस गया। मुख्य मंदिर की तरफ बढ़ते समय सुरक्षा कर्मियों ने उसे धर दबोचा। इस दौरान मुर्तुजा भी घायल हो गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने इस मामले की जांच-पड़ताल शुरू की तो चौंकाने वाले कनेक्शन जुड़ते गए। मसलन मुर्तजा लम्बे समय तक मुंबई में रहा है। घटना से पहले वह नेपाल गया था। उसके परिवारीजनों का कहना है कि वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. विपिन ताडा ने इस मामले की जांच के लिए पुलिस की 5 टीमें अपने ही निर्देशन में लगाई हैं। वहीं इस घटना की तपिश लखनऊ-दिल्ली तक पहुंची और खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गईं। इस मामले की जांच में एटीएस भी जुट गई। सोमवार को गोरखपुर पहुंचे एटीएस के एडीजी और एडीजी सुरक्षा ने गोरखपुर के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं।

ऐप डवलपर है मुर्तुजा

पुलिस सूत्रों का कहना है कि मुर्तुजा खुद एप डवलप करता रहा है। उसके आईपी एड्रस (इंटरनेट प्रोटोकाल) के आधार पर पुलिस उसका विदेशी कनेक्शन तलाश रही है। जांच टीमों का मानना है कि इस घटना में अकेले मुर्तजा का हाथ नहीं हो सकता है। उसके साथ कुछ अन्य लोग भी शामिल होंगे।

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