Uttar Pradesh: कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे (Gangster Vikas Dubey) की तलाश तेज हो गई है। तीन दिन बाद भी पुलिस विकास दुबे को ढूंढ नहीं पाई है। कानपुर जिले का चौबेपुर थाना स्टाफ सवालों के घेरे में है। यहां गुरुवार रात बिकरु गांव में गैंगस्टर विकास दुबे (Gangster Vikas Dubey) की गिरफ्तारी से पहले थाने से ही रेड की सूचना लीक की गई थी। कई पुलिसवाले विकास उसके संपर्क में थे। सोमवार को एसएसपी ने 2 एसआई और एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया।
कानपुर में हुए मुठभेड़ पर DSP समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद
विकास दुबे का नाम आज हर किसी की जुबान पर है। बिकरू गांव और आसपास के लोगों के लिए यह नया नाम नहीं है। उसका खौफ ऐसा था कि एक समय बिना विकास की इजाजत के कोई पानी भी नहीं पी सकता था। फैक्ट्रियां उसे चंदा पहुंचाती थीं और नाम लेने भर से बसों में किराया नहीं लिया जाता था।
विकास दुबे को पकड़ने के लिए फोर्स तेज, चौबेपुर थानेदार हुआ सस्पेंड
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच में यह जानकारी सामने आई है कि विकास के खिलाफ कार्रवाई से पहले चौबेपुर थाने से इसकी जानकारी लीक गई थी, जिसकी वजह से इतने पुलिसकर्मियों की जान गई। मामले में चौबेपुर थाना प्रभारी विनय तिवारी पहले ही सस्पेंड कर दिए गए थे।
Kanpur Encounter में बड़ा खुलासा, दुबे पर 50 हजार का इनाम
खबरों के मुताबिक विकास को सुर्खियों में बने रहने का शौक था। उसके अपराधों का चिट्ठा जब अखबारों की सुर्खियां बनती थी तो उसे पढ़कर वह खुश होता था। अखबारों में छपी खबरों को खुद पढ़कर वह अपने साथियों को सुनाता था। जानकार बताते हैं कि वह भेष बदलने में भी माहिर है।
कानपुर मुठभेड़ : विकास दुबे के दोस्त ने किया ये बड़ा खुलासा
आरोपी विकास दुबे की तलाश में जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। इस बीच उन्नाव टोल प्लाजा पर विकास दुबे के पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में विकास पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया है। दरअसल, कानपुर की घटना के बाद उन्नाव को हाईअलर्ट किया गया है। कानपुर से उन्नाव के सभी प्वाइंट पर पुलिस तैनात है। जाजमऊ, गंगाघाट, गंगाबैराज, परियर, बांगरमऊ में चेकिंग की जा रही है। सभी आने-जाने वाली गाड़ियों पर नजर रखी जा रही है। कानपुर से जुड़े उन्नाव जिले की सभी सीमा सील भी कर दी गई है।