बेनतीजा रही 10वें दौर की बातचीत, क्या 22 को होगा समाधान

केंद्र सरकार ने डेढ़ साल तक कानूनों को होल्ड पर रखने का बड़ा प्रस्ताव देते हुए ,अब गेंद किसान नेताओं के पाले में डाल दी।

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Farmer Protest
कृषि कानुनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को चक्का जाम करने का निर्णय लिया है।

New Delhi: किसान आंदोलन (Farmer Protest) पिछले 56 दिनों से चल रहा है। किसानों और सरकार के बीच आज 10वें दौर की बैठक हुई। तीनों कृषि कानूनों के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने बुधवार को अब तक का सबसे बड़ा स्टैंड लिया। इससे पहले सभी बैठकों में दसवें दौर की ये मीटिंग बेहद अहम रही। केंद्र सरकार (Farmer Protest) ने डेढ़ साल तक कानूनों को होल्ड पर रखने का बड़ा प्रस्ताव देते हुए किसानों पर डाल दिया। 

किसानों और सरकार के बीच 10वें दौर की बातचीत आज, क्या बनेगी बात?

जानकारी के अनुसार, आज किसान संगठन सरकार से मिले प्रस्ताव पर मंथन कर सकते हैं। हम ये मान कर चल सकते हैं की शायद इस मसले का हल निकल आए, केंद्र की इस पहल पर किसान नेता (Farmer Protest) भी सोचने को मजबूर हो गए हैं। बता दें सरकार के बीच अब अगली बैठक 22 जनवरी दोपहर 12:00 बजे होगी। इस बैठक में किसान नेता केंद्र सरकार के फैसले पर अपना रुख स्पष्ट कर सकते है। 

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किसान नेता ने क्या कहा-

किसान नेता (Farmer Protest) दर्शन पाल सिंह ने कहा कि बैठक में 3 कानूनों और एमएसपी पर बात हुई। सरकार ने कहा कि हम 3 कानूनों का एफिडेविट बनाकर सुप्रीम कोर्ट को देंगे और हम 1.5 या 2 साल के लिए रोक लगा देंगे। जिसके बाद एक कमेटी बनेगी जो 3 कानूनों और एमएसपी का भविष्य तय करेगी। किसान नेता ने इस पर मंथन करने की बात कही । दरअसल, सुप्रीम कोट ने कृषि कानुनों को लेकर पहले ही रोक लगा रखी है। 

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