New Delhi: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि विधेयकों को आज राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया जाएगा। सरकार ने लोकसभा में इसे पास करा लिया है। तीनों कृषि विधेयक (Farm Bills) कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020, मूल्य आश्वासन एवं कृषि सेवाओं पर कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) अनुबंध विधेयक 2020, आवश्यक वस्तु संशोधन बिल पर राजनीति गरमा गई है।
आखिर क्या है किसान बिल और क्यों हो रहा है इसका विरोध ?
बता दें कि केंद्र सरकार ने किसानों जुड़े तीनो विधेयकों (Farm Bills) को राज्य सभा से पास कराने के लिए नई रणनीति बनाई है। इसके तहत विपक्षी पार्टियों को भी पाले में लाने की कोशिश हो रही है। सूत्रों के मुताबिक सरकार की ओर से शिवसेना और एनसीपी के नेताओं से भी संपर्क साधा गया है और बिल से जुड़ी उनकी शंकाओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
कृषि से जुड़े इन तीन अहम विधेयकों पर पंजाब से लेकर महाराष्ट्र तक और कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल पुरजोर विरोध कर रहे हैं। ऐसे में यूपीए को अगर कुछ अन्य विपक्षी दलों का समर्थन मिला तो मोदी सरकार के लिए राज्यसभा में ये बिल पास करवाना मुश्किल होगा। राज्यसभा में कृषि विधेयक पेश किए जाने से पहले बीजेपी ने अपने सांसदों को व्हिप भी जारी कर दिया है। वहीं पार्टी की नजर उन दलों पर है, जो न एनडीए में हैं और न ही यूपीए का हिस्सा।
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इन बिल का कई किसान भारी विरोध कर रहे हैं। खासकर पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों ने इस नए विधेयक के खिलाफ कई बार विरोध प्रदर्शन किया है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई ने राज्य के सभी प्रमुख हाईवे को रविवार को दोपहर 12 से 3 बजे तक 3 घंटों तक के लिए जाम करने का ऐलान किया है। वहीं दो दिन तक पंजाब में कोई ट्रेन नहीं चलने देने के साथ 25 सितंबर को पंजाब बंद का आह्वान किया गया है।