Exit Polls 2023 Result: चुनाव समाप्त होते ही सबकी निगाहें एग्जिट पोल पर हैं। वहीं मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, और तेलंगान विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। वहीं मिजोरम में 4 दिसंबर को नतीजे आएंगे। मिजोरम में 7 नवंबर, जबकि छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को मतदान हुआ था। इसी तरह मध्य प्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 25 नवंबर और तेलंगना में 30 नवंबर को मतदान हुआ था।
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर वोटों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी। साढ़ें आठ बजे से ईवीएम वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। इसके बाद रुझान आने लगेंगे। रुझानों में कौन आगे चल रहा है और कौन पीछे हैं, इसकी जानकारी आपको चुनाव आयोग के वेबसाइट पर मिल जाएगी।
जानिए पाच राज्यों के Exit Poll
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश से जुड़े ज्यादातर एग्जिट बता रहे हैं कि राज्य में बीजेपी फिर सत्ता में आ सकती है। उसे 115 से 162 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं कांग्रेस को 100 से कुछ ज्यादा सीटों पर जीत मिलेगी। अन्य के खाते में 0 से 15 सीटें तक जा सकती हैं।
राजस्थान
तमाम पोल्स को देखने के बाद अनुमान ये निकलता है कि राजस्थान में बीजेपी को 80 से 122 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस के खाते में 61 से 106 सीटें जा सकती हैं। बीएसपी को केवल एक पोल में सीटें मिली हैं जोकि Jist-TIF-NAI ने किया है। अन्य को 2 से 18 सीटें मिलने का अनुमान है।
छत्तीसगढ़
यहां मुकाबला टक्कर को हो सकता है। 90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस को ज्यादा बढ़त रहेगी। उसे 41 से 56 सीटें मिलने का अनुमान है। लेकिन बीजेपी भी 30 से 48 सीटें जीत सकती हैं। अन्य के खाते में 10 से कम सीटें ही रहेंगी।
मिजोरम
मिजोरम में मुकाबला कड़ा हो सकता है, ऐसा ज्यादातर पोल्स से लगता है। सत्तारूढ़ MNF को 40 विधानसभा सीटों में से 21 सीटें तक मिल सकती हैं, तो ZPM भी 15 से 35 सीटें जीत सकती है। प्राइम न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार पोल के मुताबिक ZPM 28 से 35 सीटें मिलेंगी और बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
तेलंगाना
तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 119 सीटों पर मतदान के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ गए है। प्राइम न्यूज़ के एग्जिट पोल में सत्तारूढ़- बीआरएस, विपक्षी दल-कांग्रेस और बीजेपी के खाते में जितनी सीटें दिखाई गई है,इससे साफ है कि तेलंगाना में कांटे की टक्कर होगी। इन आंकड़ों में अनुमान लगाया गया है कि मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव को सरकार बचाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ सकती है।