दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2020 के मतदान की तारीख 8 फरवरी है। इससे एक दिन पहले एक बार फिर गोलीबारी हुई है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली के जाफराबाद इलाके में चार राउंड फायर हुए। लेकिन, इससे पहले जामिया और शहीन बाग इलाके में हुई गोलीबारी की घटना कथित तौर पर CAA विरोध प्रदर्शन के विरोध में हुई थी। जबकि अब जो जाफराबाद इलाके में फायरिंग हुई है उस घटना का नागरिकता संशोधन एक्ट से जुड़े किसी प्रदर्शन से कोई लेनादेना नहीं है।
बता दें कि दिल्ली के जाफराबाद इलाके में हुई गोलीबारी पर पुलिस की ओर से अभी तक कोई जानकारी नहीं आई है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों दिल्ली के अलग-अलग इलाकों (जामिया और शाहीन बाग) में गोली चलने की घटना सामने आ चुकी हैं। तीसरी बार शुक्रवार को फायरिंग की घटना सामने आई है।
मालूम हो कि शनिवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है, इससे पहले ऐसी वारदात से प्रशासन के सुरक्षा व्यवस्था पर किए गए दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। वहीं चुनाव की सुरक्षा को लेकर कई सवालिया निशान भी लग गए हैं।
मालूम हो कि नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के खिलाफ दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन के विरोध में दिल्ली के जामिया और शाहीन बाग इलाके में अलग-अलग लोगों ने हवाई फायरिंग की थी।ये फायरिंग दिल्ली पुलिस के सामने ही हुई थी। जामिया इलाके की फायरिंग में एक शख्स घायल हो गया था।
वहीं दिल्ली के शाहीन बाग में जारी नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध प्रदर्शन स्थल के पास कपिल गुर्जर नाम के युवक ने हवाई फायरिंग की थी और कहा था कि इस देश में सिर्फ हिंदुओं की चलेगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पुलिस की ओर सुरक्षा को बढ़ाई गई है। राजधानी में करीब 40 हजार पुलिस के जवान चुनावी ड्यूटी तैनात किए गए हैं, इसके अलावा EVM-पोलिंग बूथ की सुरक्षा अलग से की गई है। इसके अतिरिक्त करीब 19 हजार होम गार्ड्स की ड्यूटी लगाई गई है।