नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन देखे जा रहे हैं। वहीं राजनीतिक गलियारों में भी जमकर बयानबाजी है रही है। लेकिन दुर्भाग्य की बात ये है कि अब ये बयानबाजी देश की सेना तक पहुंच गई है।
बता दें कि कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने देश के आर्मी चीफ बिपिन रावत के एक बयान पर पलटवार किया है। चिदंबरम ने साफ तौर पर कहा, उन्हें (जनरल विपिन रावत) को नेताओं को सलाह नहीं देनी चाहिए, वे सेना के जनरल हैं और उन्हें अपने काम से काम रखना चाहिए।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने आज स्थापना दिवस मनाया। तिरुवनंतपुरम में स्थापना दिवस कार्यक्रम में पी चिदंबरम ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘डीजीपी और आर्मी के जनरलों को सरकार को सपोर्ट करने को कहा जा रहा है, ये शर्म की बात है।’ चिदंबरम ने कहा, मुझे जनरल रावत से अपील करना है कि आप आर्मी के मुखिया हैं और अपने काम से काम रखिए, जो नेताओं को करना है वो नेता ही करेंगे।
पूर्व गृह मंत्री ने कहा, ये आर्मी का काम नहीं है कि वे नेताओं से कहें कि हमें क्या करना चाहिए, जैसा कि ये हमारा काम नहीं है कि हम आपको बताएं कि युद्ध कैसे लड़ा जाए ? यदि आप एक जंग लड़ रहे हैं तो हम आपको नहीं कहते हैं कि युद्ध इस तरह लड़िए । आप युद्ध अपने दिमाग से लड़ते हैं।’ इस देश में राजनीति हम चलाएंगे।
उल्लेखनीय है कि जनरल बिपिन रावत ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर कहा था कि नेता नेतृत्व देने वाला होता है, लोगों को गलत दिशा में ले जाने वाला नहीं ।
#WATCH Army Chief Gen Bipin Rawat: Leaders are not those who lead ppl in inappropriate direction. As we are witnessing in large number of universities&colleges,students the way they are leading masses&crowds to carry out arson&violence in cities & towns. This is not leadership. pic.twitter.com/iIM6fwntSC
— ANI (@ANI) December 26, 2019
रावत ने तब कहा था, “नेता वे नहीं हैं जो लोगों को गलत दिशा में ले जाएं, जैसा कि हम देख रहे हैं कि बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय और कॉलेज के छात्रों को ले जाया जा रहा है. जहां बाद में आगजनी हुई, हिंसा हुई, ये नेतृत्व नहीं है।”