West Bengal: तमाम कोशिशों के बाद केंद्र सरकार ने सीएए का बिल (Citizen Amendment Act) कोर्ट से पारित करवा लिया था। लेकिन अब तक नागरिकता अधिनियम कानून को लागू नही किया गया है। अब इसे भारत में अगले साल यानी 2021 में लागू किया जा सकता है। क्योंकि केंद्र और भगवा पार्टी पश्चिम बंगाल में बड़ी संख्या में रह रहे शरणार्थियों की आबादी को नागरिकता देने का सोच रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस शरणार्थियों को अपना नही समझती।
Most probably from January the process of granting citizenship to refugees under CAA will be started by BJP government: BJP General Secretary & West Bengal In-charge Kailash Vijayvargiya. (5.12) pic.twitter.com/KDHl96PLBi
— ANI (@ANI) December 6, 2020
पश्चिम बंगाल में गरजे नड्डा, कहा- जल्द लागू होगा CAA
बता दें कैलाश (Kailash Vijayvargiya) की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फरहाद हकीम (Firhad Hakim) ने कहा कि बीजेपी पश्चिम बंगाल के लोगों को बेवकूफ बना रही है। दरअसल, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, ईसाई, जैन और पारसी शरणार्थियों को नागरिकता संशोधन कानून के मुताबिक भारत की नागरिकता मिल सकती है। लेकिन बीजेपी सरकार का कहना है कि ममता बनर्जी लोगों का भला नही करना चाहती।
जनवरी से शुरू होगी प्रक्रिया-
‘आर नोय किसी’ यानी पहले जैसा अन्याय ना हो, इस अभियान (Citizen Amendment Act) के तहत पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘हमें उम्मीद है कि सीएए के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की प्रक्रिया अगले साल जनवरी से शुरू होगी।’ केंद्र का कहना है कि पड़ोसी देशों से हमारे देश में आने वाले शरणार्थियों को नागरिकता देने के ईमानदार इरादे से सीएए पास किया है।’
कुछ हफ्तों में आ जाएगी वैक्सीन! पीएम ने कई मुद्दों पर की चर्चा
क्या है सीएए-
पड़ोसी मुल्क में रहने वाले प्रताड़ित होकर आए अल्पसंख्यकों को सुरक्षा और भारतीय नागरिकता (Citizen Amendment Act) देने के लिए है। बता दें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के मानने वाले अल्पसंख्यक समुदायों को 12 साल के बजाय सात साल भारत में गुजारने पर और बिना उचित दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता मिल सकेगी।
देश से जुड़ी अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें National News in Hindi
देश और दुनिया से जुड़ी Hindi News की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें. Youtube Channel यहाँ सब्सक्राइब करें। सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Page लाइक करें, Twitter पर फॉलो करें और Android App डाउनलोड करें.