BJP: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा लोकसभा सांसद डॉ. हर्ष वर्धन ने रविवार को राजनीति छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा कर दी है। हर्ष वर्धन का फैसला भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 के उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी करने के बाद आया। दरअसल लिस्ट में दिल्ली के चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र से हर्ष वर्धन का नाम शामिल नहीं था।
आपको बता दें कि हर्ष वर्धन 2014 और 2019 में चांदनी चौक से लड़े, दोनों बार जीते, हालांकि तीसरी बार उसी सीट से उनका नाम तय नहीं किया गया। 2019 में, डॉ. हर्ष वर्धन ने 5,19,055 वोट हासिल कर कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश अग्रवाल को हराया, जिन्हें 2,90,910 वोट मिले थे। जबकि 2014 में डॉ. वर्धन को 4,37,938 वोट मिले थे, जबकि आम आदमी पार्टी के आशुतोष को 3,01,618 वोट मिले थे।
राजनीतिक क्षेत्र को अलविदा कहने के कारणों का हवाला देते हुए, हर्ष वर्धन ने कहा कि वह एक ईएनटी विशेषज्ञ के रूप में अपनी जड़ों की ओर लौटने के लिए उत्सुक हैं और कृष्णा नगर में अपना अभ्यास शुरू करेंगे।
“मैं आगे बढ़ता हूं…”-हर्ष वर्धन (BJP)
उन्होंने एक्स पर अपने एक पोस्ट में लिखा कि, “मैं अब इंतजार नहीं कर सकता। मुझे मेरे वादे निभाने हैं..मीलों चलना है!! मेरे ईएनटी क्लिनिक नागर भी मेरे लौटने का इंतजार कर रहे हैं।”
हर्ष वर्धन ने कहा कि उन्होंने दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन के लोकाचार के अनुरूप गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ने की इच्छा के साथ राजनीति में प्रवेश किया।
उन्होंने पोस्ट में ये भी लिखा, “50 वर्ष पहले जब मैं जरूरतमंदों की मदद करने की इच्छा के साथ जीएसवीएम (JSVM) मेडिकल कॉलेज, कानपुर में एमबीबीएस(MBBS) में शामिल हुआ तब मानव सेवा ही मेरा वाक्य था।”
भाजपा ने उतारे 195 उम्मीदवार
सत्तारूढ़ दल भाजपा ने प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों पर 195 उम्मीदवार उतारे हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश के वाराणसी से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के गांधीनगर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हैं।
बीजेपी की पहली सूची में 34 केंद्रीय मंत्रियों और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम भी शामिल हैं। जबकि, 33 मौजूदा सांसदों की जगह नए चेहरों को शामिल किया गया है – जिनमें परवेश वर्मा, दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी, भोपाल की सांसद साधवी प्रज्ञा ठाकुर और हज़ारीबाग़ के सांसद जयंत सिन्हा शामिल हैं।