Barabanki: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां बुढ़ापे में बुजुर्ग को शादी का फितूर चढ़ा, और इस बुजुर्ग ने आव देखा न ताव फौरन मंडप पर जा पहुंचा। वही, रुदौली स्थित कामाख्या देवी मंदिर में हुई एक शादी पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया। यहां पड़ोसी जनपद बाराबंकी के रहने वाले एक 63 साल के व्यक्ति ने 24 वर्ष की युवती के साथ विवाह किया।
63 साल के बुजुर्ग ने की शादी
दोनों का हिंदू रीति रिवाज (customs and traditions) से विवाह हुआ। आपको बता दें, आपको बता दे की आम शादियों की तरह ही, इस शादी में भी बाराती और घराती दोनों शामिल हुए। दरअसल, पहली पत्नी की मौत हो गई थी। इससे 63 साल का बुजुर्ग अकेला रहने लगा था। अपने इसी अकेलेपन को दूर करने के लिए बुजुर्ग ने शादी की। वहीं बाराबंकी के सुबेहा थाना के ग्राम चौधरी का पुरवा के रहने वाले नक्छेद यादव ने नंदनी के साथ विवाह किया। जिसमें बाराती व घराती दोनों ही तरह के घर वाले विवाह की रस्मों में शामिल हुए
नकछेद यादव के पहले से ही छह पुत्रियां है, शादी के मौके पर दोनों पक्ष के लोग मौजूद थे, विवाह में लड़की व उसके घरवालों की रजामंदी भी बताई जा रही है।
बुजुर्ग की 6 बेटियां
इस दौरान दूल्हा नक्छेद यादव (nakkhed yadav) ने बताया कि 6 बेटियां थी। जिनका विवाह हो चुका है, सभी अपने ससुराल में अपने पति व बच्चों के संग खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रही हैं। घर में खाना बनाने में दिक्कत थी। इसके लिए शादी कर लिया। तो वहीं दुल्हन नंदिनी यादव (Nandini Yadav) ने बताया कि वह इस शादी से प्रसन्न है।
उनकी सभी 6 लड़कियों की शादी हो चुकी है। सभी अपने अपने घर चली गई हैं। पत्नी की मौत के बाद से वह अकेलेपन से काफी परेशान थे, जिसके चलते उन्होंने दूसरी शादी करने का फैसला लिया। फिलहाल यह शादी पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।