Election 2022: भाजपा (BJP) के कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) को बड़ा झटका लगा है। बता दें की हरक रावत को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया है। आने वाले छह साल के लिए भी निकाल दिया है। बता दें की हरक पिछले काफी दिनों से विधानसभा चुनाव में मनमाफिक टिकट के लिए दबाव की राजनीति कर रहे थे। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आज इस मामल में कार्यवाई करी है।
साथ ही उनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर भी सामने आ रही थी इसको देखते हुए भी ये फैसला लिया गया है।
अपनी बहु अनुकृति रावत के लिए लैंसडौन सीट से टिकट की मांग खारिज होने से नाराज हरक आज दोपहर दिल्ली रवाना हो गए थे। माना जा रहा था कि हरक कांग्रेस में शामिल हो सकते है।
देर रात भाजपा ने ये फैसला लिया है।
सूत्रों के अनुसार पार्टी के नेताओं ने हरक से बातचीत का प्रयास भी किया, लेकिन उनके बढ़ते कदमों को थमते न देख भाजपा ने कड़ा फैसला लेने का निर्णय कर लिया।
हरक सिंह ने भाजपा (BJP) को किया मजबूर
दरअसल डॉ हरक सिंह रावत पिछले पांच सालों में कई बार पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा कर चुके थे। कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत पिछले पाँच सालों से बार बार भारतीय जनता पार्टी के अनुशासन की मखौल उड़ा रहे थे। यही कारण रहा कि अब कांग्रेस में जाने की चर्चाओं के बीच भाजपा को उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा।
हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) थे नाराज
डॉ हरक सिंह रावत को लेकर भाजपा के ग्रास रुट कार्यकर्ताओं में पहले से ही नाराजगी थी। उनके साथ ही कॉंग्रेस से आये नेताओ को पार्टी में ज्यादा ही तवज्जो दिए जाने से पार्टी में अंदरखाने खासी नाराजगी थी। आम कार्यकार्ता बाहर से आए नेताओं को कभी भी तवज्जो नहीं चाहते थे.