उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड यानी कि (UPPCL) के कर्मचारियों के लिए सरकार की ओर से खुशी खबर है। सूबे की योगी सरकार ने इन कर्मचारियों को भरोसा दिया है कि अगर DHFL में लगा पैसा डूब जाता है तो सरकार प्रविडेंट फंड (PF) का पैसा रिटर्न करेगी।
दरअसल, डीएचएफएल (दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड) में बिजली विभाग के कर्मचारियों के पीएफ का 2268 करोड़ रुपये जमा है। पावर इम्प्लॉयीज ट्रस्ट ने जो लोन दिया है, वह अनसिक्योर्ड लोन है। इस लोन का भुगतान सभी सिक्योर्ड लोन का भुगतान होने के बाद किया जाता है।
सरकार की ने एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि यूपीपीसीएल के कर्मचारियों के पीएफ का पैसा जो डीएचएफएल में निवेश किया गया था, अगर रिटर्न नहीं हो पाता है तो यूपीपीसीएल रिटर्न करेगी। अगर वह भी रिटर्न करने में अक्षम हो जाती है तो सरकार पूरा पैसा रिफंड करेगी।
यूपीपीसीएल पीएफ घोटाला-
डीएचएफएल के ऊपर करीब 86 हजार करोड़ रुपये की देनदारी है। इसमें 74, हजार करोड़ रुपये से अधिक का लोन सिक्योर्ड लोन की कैटिगरी में आता है।
जानकारी के अनुसार, यह वह लोन है, जिसका भुगतान कंपनी के दिवालिया होने की स्थिति में पहले किया जाएगा। वहीं कंपनी के पास करीब 10, हजार करोड़ रुपये का अनसिक्योर्ड लोन है। इसका भुगतान बाद में किया जाएगा। बिजली कर्मचारियों के पीएफ का पैसा इसी श्रेणी में आता है।