नरेंद्र गिरी केस (Narendra Giri Case) में सेवादार मठ का बहीखाता संभालने पहुंचे थे। तभी इन लोगों को पुलिस लाइन भेज दिया गया। सूत्रों का कहना है कि वहां उनसे मठ के वित्त्तीय मामलों से जुड़े मुद्दों पर जानकारी ली गई।
बता दें हाल ही में मठ के खाते से बड़ी रकम खर्च की गई। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या कुछ ऐसे भी लोग थे जिनसे नगद लेनदेन किया जाता रहा हो। मठ में बड़ी रकम आने की चर्चा को लेकर महंत (Narendra Giri Case) की मौत से पहले भी उनसे सवाल पूछे गए। जिन दो सेवादारों से पूछताछ हुई, ये वही सेवादार बताए जा रहे हैं जिनसे सीबीआई ने मठ में भी करीब एक घंटे तक सवाल पूछे थे।
महंत ने तो नहीं जताई थी पैसों की जरूरत
सेवादारों से इस बाबत भी पूछताछ की गई कि हाल के दिनों में महंत ने उनसे कभी पैसों की जरूरत का तो जिक्र नहीं किया। दरअसल महंत की मौत मामले में एफआईआर दर्ज कराने वाले अमर गिरि पवन महाराज ने पुलिस को बयान दिया था कि महंत पिछले कुछ समय से आनंद गिरि से परेशान होने की बात किया करते थे।
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