Mirzapur: सुबह का समय था भक्त और आश्रम के लोग अपनी दिनचर्या में लीन थे तभी गोली चलने की आवाज़ सुनाई दी। आँख खोलकर देखा तो एक साधु के सिर में गोली लगी हुई थी। गोली लगने से उनकी मृत्यु हो चुकी थी जबकि दूसरे साधु के गोली लगने से हालत काफी नाज़ुक थी। जल्दी में घायल साधु को लोग नज़दीकी चंदौली स्थित अस्पताल में ले गए जहाँ उनका इलाज किया जा रहा है।
सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे सिर्फ एक साधु मृत अवस्था में मिले। साधु के सिर में गोली लगी थी। पुलिस ने पहले एक साधु के आत्महत्या करने की बात बताई। जिसके बाद सीसीटीवी कैमरे की पड़ताल करने पर पता चला कि एक और साधु को गोली लगी है, जो चंदौली में भर्ती हैं। घटना के दौरान स्वामी अड़गड़ानंद आश्रम में ही मौजूद थे। मामले को लेकर कई तरह की चर्चाएं की जा रही हैं।
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई घटना
यथार्थ गीता के प्रणेता स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के लाखों भक्त देश और विदेश में फैले हुए हैं। चुनार के सक्तेशगढ़ में उनका परमहंस आश्रम है। गुरुवार सुबह जब आश्रम के अनुयायी और भक्त आसन लगाकर ध्यान में लीन थे उसी समय आश्रम में गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। आश्रम में गोली की आवाज सुनकर अफरा तफरी का माहौल बन गया। जिस तरफ से गोली चलने की आवाज़ सुनाई दी लोग उस तरफ दौड़ने लगे। लोगों ने कि साधु जीवन बाबा उर्फ जीत पुत्र सियाराम निवासी सीहोर जनपद शिवपुर, मध्य प्रदेश और आशीष महराज के सिर में गोली लगी हुई थी।
सूचना की खबर मिलने पर पुलिस पहुंची तो उन्हें बाबा का शव मिला जिसे देखकर पुलिस ने आत्महत्या का शक बताया। शव के पास से दो तमंचे बरामद हुए। दोपहर तक आश्रम के लोगों ने आशीष महाराज के गोली लगने की बात को छिपाए रखा। जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने एएसपी नक्सल महेश सिंह अत्रि को मामले की जांच के लिए घटनास्थल पर भेज दिया।