New Delhi: राजस्थान में सियासी (Rajasthan Politics) ड्रामा अब अपने चरम पर पहुंच गया है। राज्य के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट की खुली बगावत के बाद कांग्रेस ने उनके खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए उनको (Rajasthan Politics) डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया है। इसके साथ पायलट समर्थक दो और मंत्रियों को भी उनके पद से हटा दिया गया है।
Rajasthan Politics: सचिन पायलट पर कांग्रेस की बड़ी कार्रवाई
इन सबके बीच अब (Rajasthan Politics) मंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट की पहली प्रतिक्रिया आ गई है। सचिन पायलट ने ट्वीट करके कहा कि “सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं।” इसके साथ ही सचिन पायलट ने अपने ट्विटर बॉयो से डिप्टी सीएम हटा दिया है और कहीं भी कांग्रेस का जिक्र नहीं है।
सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।
— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 14, 2020
सचिन पायलट के ट्विटर बॉयो में लिखा है- टोंक से विधायक | आईटी, दूरसंचार और कॉर्पोरेट मामलों के पूर्व मंत्री, भारत सरकार | कमीशन अधिकारी, प्रादेशिक सेना।
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कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस दौरान सचिन पायलट के उपर कांग्रेस पार्टी के एहसान को याद दिलाते हुए कहा कि पार्टी ने मात्र 26 साल की उम्र में ही सचिन पायलट को विधायक बनाने के साथ मात्र 40 साल की उम्र में राजस्थान का डिप्टी सीएम बना दिया लेकिन पायलट भाजपा से षड़यंत्र में फंस गए और एक चुनी हुई अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हो गए। पिछले दिनों से बगावत की राह पर बढ़ने वाले सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार को अल्पमत की सरकार ठहरा दिया था।
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दूसरी तरफ सचिन पायलट गुट के विधायकों का कहना है कि जब तक मान सम्मान की गारंटी नहीं होगी, तब तक वापसी नहीं होगी और मान-सम्मान तब तक वापस नहीं मिलेगा जब तक लीडरशिप चेंज नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार पायलट गुट ने आलाकमान के पास संदेश भिजवा दिया है कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री के पद से हटाने पर ही समझौता हो पाएगा।