Madhya Pradesh: कोई आए या जाए पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ता, कमलनाथ

मिश्रा ने कहा था कि किशोर के आने के बाद कमलनाथ की विदाई तय हो जाएगी। आम लोगों से कुछ सीख नहीं पाए कमलनाथ, अब प्रशांत किशोर उन्हें सिखाएंगे।

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Madhya Pradesh: कोई आए या जाए पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ता, कमलनाथ

Bhopal: कांग्रेस पार्टी में प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की एंट्री को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने एक बड़ा बयान दिया है। कमलनाथ ने अपने बयान में कहा है कि कोई आए या जाए, कांग्रेस (Congress) को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी (Congress Party) किसी पर निर्भर नहीं है और राज्य में उन्हें किसी की जरूरत नहीं है।

यह बयान उन्होंने शुक्रवार दिया जिसमे उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के कांग्रेस (Congress) में आने या नहीं आने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। एमपी में कांग्रेस पूरी तरह तैयार है और किसी पर निर्भर नहीं है।

वहीँ दूसरी ओर, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने भी कहा है कि प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने पार्टी में एंट्री को लेकर कोई शर्त नहीं रखी है। वह चुनावी रणनीतिकार हैं और उनके कांग्रेस (Congress) ज्वॉइन करने से पार्टी को काफी फायदा होगा। उन्होने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) इस बारे में कोई फैसला लेने से पहले वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श कर रही हैं।

नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर कसा तंज

प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के कांग्रेस ज्वॉइन करने से पहले ही एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर तंज कस दिया था। मिश्रा ने कहा था कि किशोर के आने के बाद कमलनाथ (Kamal Nath) की विदाई तय हो जाएगी। आम लोगों से कुछ सीख नहीं पाए कमलनाथ, अब प्रशांत किशोर उन्हें सिखाएंगे।

प्रशांत ने की कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मीटिंग

पिछले सप्ताह ही प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की सोनिया(Sonia Gandhi), राहुल और प्रियंका गांधी के साथ मुलाकात हुई थी। जिसमे उन्होंने आगामी चुनावों में जीत की रणनीति और कांग्रेस (Congress) के जीर्णोद्धार को लेकर अपना प्लान उनके सामने रखा था। प्लान की जानकारी अब तक खुलकर सामने नहीं आई, लेकिन माना जा रहा है कि इसमें सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पार्टी अध्यक्ष और राहुल को संसदीय दल का अध्यक्ष बनाने के साथ किसी अन्य गैर-गांधी (गाँधी परिवार से अलग) को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाने की सलाह दी है। इसके बाद से ही उनकी कांग्रेस (Congress) ज्वॉइन करने की चर्चाएं काफी तेज हो गई हैं।

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