जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में फीस बढ़ोतरी को लेकर राजनीतिक घमासान बढ़ता दिख रहा है। इस मामले को संसद में भी उठाया गया है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर उठापटक के बीच अब शिवसेना ने भी इस मसले पर सरकार को घेरा है। शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने बुधवार सुबह इसको लेकर ट्वीट करते हुए दिल्ली पुलिस के व्यवहार पर सवाल खड़े किए।
प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट में लिखा, ‘जेएनयू छात्रों का विरोध करना किसी भी लोकतंत्र में सही है, जबतक कि ये शांतिपूर्ण तरीके से हो। फीस बढ़ोतरी पर? ये सही है या गलत इसपर बहस हो सकती है।’ उन्होंने लिखा, ‘दिल्ली पुलिस के द्वारा छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए लाठीचार्ज करना, इस बात का संकेत है कि व्यवस्था किसी तरह के विरोध को संभालने में असमर्थ है।’
मालूम हो कि इस मसले पर अन्य राजनीतिक दलों ने भी JNU छात्रों का समर्थन किया है। सरकार से अपील की है कि हॉस्टल फीस में की गई बढ़ोतरी को वापस लिया जाए। मंगलवार को BSP सांसद दानिश अली ने इस मसले को संसद में उठाया था, लेकिन मामला लिस्ट ना होने के कारण इसपर विस्तार से चर्चा नहीं हो सकी। जानकारी के अनुसार, बुधवार को भी कुछ सांसदों ने इस मसले पर सदन में नोटिस दिया है।
JNU के प्रदर्शनकारी छात्र बुधवार को HRD मंत्रालय द्वारा गठित की गई विशेष कमेटी से मिले। दरअसल, छात्रों की समस्या सुनने के लिए मंत्रालय ने कमेटी बनाई थी। JNU के छात्रों ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में VC के इस्तीफे की मांग की थी, इस पर छात्रों का कहना है कि पिछले करीब एक महीने से VC ने छात्रों की बात नहीं सुनी।