जम्मू-कश्मीर: डीएसपी के हिजबुल कमांडर नवीद बाबू के साथ पकड़े जाने के बाद जांच एजेंसियों ने दविंदर सिंह के रिश्तेदारों के घर तलाशी अभियान चलाया है. जांच में जुटीं एजेंसियां आईबी व रॉ भी डीएसपी और हिजबुल कमांडर से पूछताछ कर आतंकियों से कनेक्शन खंगाल रही हैं। गौरतलब है कि दविंदर सिंह से पूछताछ और उसके ठिकानों पर छापेमारी में चौंका देने वाले तथ्य सामने आए हैं।
दरअसल, दविंदर सिंह को हिजबुल कमांडर नवीद बाबू के साथ पकड़े जाने के बाद से जहां एक ओर राजनीतिक दलों में बहस छिड़ गई है. वहीं दूसरी ओर सुरक्षा एजेंसियां दविंदर सिंह के पाकिस्तानी कनेक्शन की पड़ताल करने में जुट गई हैं।
उल्लेखनीय है कि दविंदर के गिरफ्तार होने पर कांग्रेस ने कई सवाल खड़े करते हुए पुलवामा हमले में जांच की मांग की है. इस बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस हिन्दुओं को आतंकी घोषित करना चाहती है।
हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों ने दविंदर सिंह व उसके रिश्तेदारों के घर पर छापे मारे की है। घटनाक्रम पर डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि मामले में बड़ा कनेक्शन सामने आ सकता है। इसके तार कहीं भी, किसी से भी जुड़े हो सकते हैं। यह बड़ा मामला है।
मामले की जांच नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) को देने की सिफारिश की गई है। डीएसपी को बर्खास्त करने की सिफारिश के साथ उसे मिला स्टेट अवार्ड को वापस ले लिया गया है। मामले में एनआईए जल्द प्राथमिकी दर्ज करेगी। खबर के अनुसार, बुधवार को दिल्ली में एनआईए के अधिकारियों ने गृह सचिव से मुलाकात की। इस मामले की जांच आईजी स्तर के अधिकारी करेंगे।
बता दें कि जिस दिन डीएसपी की गिरफ्तारी हुई थी उस दिन वकील इरफान अहमद मीर (आतंकी संगठनों का ओवरग्राउंड वर्कर) भी पकड़ा गया था। यह एनआईए के लिए पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा सबूत बन सकता है, क्योंकि वह पांच बार भारतीय पासपोर्ट पर पाकिस्तान गया था। आरोप है कि वह पाकिस्तान से आदेश हासिल करता रहा है।