श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर 31 अक्टूबर से केंद्र शासित प्रदेश बनने जा रहा है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में अब कुछ ऐसे नियाम लागू होने जा रहे हैं, जो पहले नहीं थे। वहीं, घाटी से कुछ आयोगों को भी खत्म किया गया है, लेकिन आतंकियों को ये बाद बिल्कुल भी हजम नहीं हो पा रही है, तभी तो पिछले 15 दिनों में आतंकियों ने 11 नॉन कश्मीरी मजदूरों को मौत के घाट उतार दिया है।
आतंकियों ने मंगलवार को कुलगाम में मजूदरों पर गोलीबारी की। इस गोलीबारी में 5 मजदूरों की जान चली गई। ये सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और यहां कंस्ट्रक्शन के काम के लिए आए थे। ये हमला उस वक्त हुआ, जब 23 यूरोपीय सांसद जम्मू-कश्मीर में शांति की तस्वीर को निहारने आए थे। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने जिन मजदूरों पर हमला किया है, वो सब एक ही घरह में रह रहे थे और उन्हें उसी घर में निशाना बनाया गया है।
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गौरतलब है कि अब तक आतंकी सिर्फ जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों को ही अपना निशाना बनाया करते थे, लेकिन अब आतंकी मजदूरों को निशाना बना रहे हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान और आतंकियों में बैखलाहट देखने को मिली है। अब माना -जा रहा है कि इसी के चलते आतंकियों ने मजदूरों को निशाना बनाना शुरू किया है और कास बात ये कि आतंकियों के निशाने पर वही मजदूर हैं, जो जम्मू-कश्मीर से बाहर के लोग हैं।