हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिली। राज्य त्रिशंकु नतीजे आने के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने गठबंधन कर सरकार बनाने का ऐलान कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि करनाल विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव ने वीडियो जारी कर तीखा हमला बोला है। दरअसल, तेजबहादुर विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेजेपी में शामिल हुए थे।
बीजेपी और जेजेपी के एक साथ मिलकर सरकार बनाने के फैसले को तेज बहादुर ने हरियाणा की जनता के साथ गद्दारी बताया है। बीएसएफ के पूर्व जवान ने कहा है कि आपको विपक्ष में बैठना चाहिए था। जब बीजेपी निर्दलीय विधायकों के साथ सरकार बना रही थी, तब आप खुद गए और गठबंधन किया। तेज बहादुर ने कहा कि यह प्रदेश की जनता के साथ धोखा है, गठबंधन गलत है।
बीएसएफ के पूर्व जवान ने कहा, जो बीजेपी है, वही जेजेपी है। जेजेपी, भाजपा की बेटी है यह अब जनता के सामने आ चुका है। तेज बहादुर ने कहा कि इसका मुझे पहले से ही अंदेशा था। तेज बहादुर ने कहा कि जब मैं चार दिन झांसी जेल में बंद रहा, तब पार्टी की ओर से कोई बयान तक नहीं आया था।
तेज बहादुर ने कहा, जेजेपी और बीजेपी के साथ आने के अंदेशे के कारण ही करनाल सीट पर अपना चुनाव प्रचार भी नहीं किया। गौरतलब है कि तेज बहादुर करनाल सीट से जेजेपी के उम्मीदवार थे। करनाल में तेज बहादुर को मुख्यमंत्री खट्टर के सामने हार का सामना करना पड़ा।
बीएसएफ के जवान रहे तेज बहादुर यादव ने लोकसभा चुनाव 2019 में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था। समाजवादी पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया था। हालांकि चुनाव अधिकारी ने उनका नामांकन खारिज कर दिया था, जिसके खिलाफ वह कोर्ट भी गए थे।
तेज बहादुर यादव ने बीएसएफ में तैनात रहते हुए खराब खाने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल किया था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद बीएसएफ ने मामले की जांच कराई, बाद तेज बहादुर को अनुशासनहीनता के आरोप में बर्खास्त कर दिया। तेज बहादुर ने बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।