Eknath Shinde on Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच बागी होने के बाद एकनाथ शिंदे की पहली प्रतिक्रिया आई है।
उन्होंने (Eknath Shinde on Political Crisis) ट्वीट कर लिखा, “हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं। बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है। बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दिघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और न कभी धोखा देंगे।”
आम्ही बाळासाहेबांचे कट्टर शिवसैनिक आहोत… बाळासाहेबांनी आम्हाला हिंदुत्वाची शिकवण दिली आहे.. बाळासाहेबांचे विचार आणि धर्मवीर आनंद दिघे साहेबांची शिकवण यांच्याबाबत आम्ही सत्तेसाठी कधीही प्रतारणा केली नाही आणि करणार नाही
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 21, 2022
महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार में शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे से संपर्क नहीं हो पा रहा था। जिसके बाद से सरकार की चिंता बढ़ गई थी। उनके साथ कुछ विधायक भी गायब थे।
फिर बाद में मंगलवार की सुबह एकनाथ शिंदे के सूरत में होने की ख़बर आई और इसके बाद से ही महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार के भविष्य पर सवाल उठने लगे और अटकलबाज़ी का दौर भी शुरू हो गया।
इसके अलावा एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी ढाई साल से महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है।
Eknath Shinde has never conveyed to us that he wants to be CM…This is an internal issue of Shiv Sena, whatever they decide we're with them.We don't think there is any need for change in the govt: NCP's Sharad Pawar on some MLAs of Shiv Sena&Eknath Shinde currently not reachable pic.twitter.com/HVcAs56TaM
— ANI (@ANI) June 21, 2022
महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापठक के बीच उन्होंने कहा कि ये शिवसेना का आंतरिक मामला है। हालांकि उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि वे शिवसेना के साथ हैं और गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है।
ढाई साल पहले मुख्यमंत्री पद की दौड़ में एकनाथ शिंदे का नाम शामिल था लेकिन राजनीतिक समीकरण बदले और उद्धव ठाकरे ख़ुद सीएम बन गए।
महाराष्ट्र का ठाणे जिला एकनाथ शिंदे का गढ़ है। एकनाथ शिंदे के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ भी अच्छे संबंध हैं।