Eid al-Adha In Udaipur: आज देशभर में ईद उल-जुहा का जश्न मनाया जा रहा है, तो वहीं उदयपुर में ये पर्व शांति के साथ संपन्न हुआ। उदयपुर में कन्हैयालाल जघन्य हत्याकांड के बाद जगन्नाथ यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गई और ईद उल-जुहा का पर्व भी परंपरा के अनुसार पूरी शांति के साथ मनाया गया।
ईद उल-जुहा के मौके पर सोशल मीडिया पर नफरती मैसेजों को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे। लोगों ने ईद की नमाज और कुर्बानी की रस्में अदा की, लेकिन कन्हैयालाल की हत्या की कहानी और पीड़ा अब तक लोगों के ज़हन में जिंदा है।
सुबह अदा की नमाज, फिर दी कुर्बानी
उदयपुर में ईद उल-जुहा का पर्व पूरी शांति और धार्मिक रीति रिवाज के मनाया गया। सुबह 6:30 बजे से 9 बजे के बीच मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई, फिर मुबारकबाद का दौर चला और घर जाकर कुर्बानी की रस्म अदा की गई। इस दौरान शहर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मस्जिदों के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
बकरा मंडी नहीं लगाई गई
उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड (Eid al-Adha In Udaipur) का असर ईद के मौके पर भी देखने को मिला। इसका असर ये रहा कि शहर में कहीं भी बकरा मंडी नहीं लगी, हर साल के मुकाबले घरों पर कुर्बानी कम की गई। उदयपुर में इस बार बाहर से बकरे लाकर बेचने वाले भी कम ही आए।
मुख्य आरोपियों के मोहल्ले में कुछ ऐसी रही ईद
कन्हैयालाल की निर्मम हत्या करने वाले आरोपी रियाज और गौस के मोहल्ले में इस बार ईद की खुशियां पहले के मुकाबले कम देखने को मिली। आरोपियों की गली में रहने वाले लोगों का कहना है कि इस हत्याकांड के बाद जो माहौल बन गया है, उससे उबरने में थोड़ा वक्त लगेगा। लोगों ने कहा कि “अगर दोनों आरोपियों ने थोड़ा सा भी अपने परिवार का ख्याल किया होता तो आज वो भी यहां हम सबके बीच ईद मना रहे होते। उन्हें उनके किए की सज़ा मिलनी चाहिए।”